Sm साथियों 17 नवम्बर को माo सर्वोच्च न्यायालय मे up बेसिक शिक्षा की दिशा ओर दशा का निर्धारण होगा !यह मामला भारत ही नही शायद विश्व मे भी एक मात्र होगा जिसमे अध्यापक के पदों के लिये लग -भग
450000 लोग अपनी -अपनी दावेदारी प्रस्तुत करेगे !
जिसमे हर कोई दावेदार अपने -अपने तर्को से दुसरे को गलत ओर अपने को सही साबित करने का प्रयास करेगा !यहाँ युध्द के से हालात मे जो जीता वही सिकन्दर की सी परिस्थितियाँ उत्पन्न होने की प्रबल सम्भावना है !यहाँ यह भी तय है की जो इस खेल से बाहर होता है वह अब शायद ही बेसिक शिक्षा मे अध्यापक बन पायेगा? अब इस फैसले के बाद शायद ही कभी इतने बड़े स्तर पर रिक्तिया निकाली जाये !लेकिन at के तीन प्रमुख दावेदारों सामान्य btc ,शिक्षा मित्र btc ओर bed tet मे सबसे कमजोर दावा 72825 से आगे निउक्ति का ही है !जिसके सम्बन्ध मे राज्य सरकार ने भी अपने काउंटर से अपनी मंशा जाहिर कर दी है ........
सुप्रीमकोर्ट की आगामी डेट, 17 नवम्बर सुनिश्चित होने के पूर्व ही बेसिक शिक्षा सचिव संजय सिन्हा ने 24 फ़रवरी के अन्तरिम आदेश याची नियुक्ति को लेकर लगाई रिपोर्ट के अनुसार ....
1-24 फ़रवरी तक रिसीव गौरव भाटिया द्वारा प्राप्त डिटेल के अनुसार याचियों की संख्या-34509
2-प्रदेश भर से विभिन्न IA मे शामिल कुल याची संख्या--68015
जो रिपोर्ट परिषद ने दाखिल की है उसमे सभी IA में 34509 के विवरण मे उल्लेखित डिटेल में खामी पायी गयी हैं ,जो निम्न हैं----
1-26596 याची जिनकी IA नंबर रिसीव नहीं कराये गए।
2-32237 याचियों के TET ROLL NO का जिक्र नहीं किया गया,
3-33133 याचियों के TET MARK'S फीड नहीं किये गए।
1100 याची लाभ में सचिव परिषद के अनुसार 7 दिसम्बर के अन्तरिम आदेश के तहत जिन 862 लोगों को याची नियुक्ति प्रदान की गई है उनमे 346 लोग निर्धारित मानक पूर्ण नहीं करते .......
1-96 याची 2011 के द्वारा एप्लीकेसन फॉर्म सब्मिट नहीं किये गए।
2-80 याचियों का मानक 70 %से कम यानि जनरल मानक कट ऑफ पूर्ण नहीं करते।
3-171 याची 60% रिजर्व से नीचे हैं।
*शेष पद 8550*
यहाँ यह स्पष्ट भी करना चाहूंगा की sc मे शिक्षा मित्र मामले मे 12 सितम्बर का जजमेंट ज्यों का त्यों लागू नही हो सकता 12 सितम्बर का जजमेंट न्यायिक कम राजनैतिक अधिक था !जिसमे शिक्षा मित्रों की कोर्ट की ओर से लापरवाही ,धन की कमी ,समेत कई कारण प्रमुख रहे है लेकिन अब up का शिक्षा मित्र ओर uppsms लगातार अपने हितों की रक्षा के लिये जागरूक है ओर जो जागता है वह कभी नही हारता है !
अतः up के मेरे सभी शिक्षा मित्र साथियों आपसे मेरा निवेदन है की आपको मिलने वाले वेतन की चका-चौंधिया मे न खो कर वेतन की निरंतरता हमेशा बनी रहे उसके लिये सभी साथी संगठन के खाते अथवा नकद आर्थिक सहयोग कल तक अवश्य करने का कष्ट करे.
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ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines
450000 लोग अपनी -अपनी दावेदारी प्रस्तुत करेगे !
जिसमे हर कोई दावेदार अपने -अपने तर्को से दुसरे को गलत ओर अपने को सही साबित करने का प्रयास करेगा !यहाँ युध्द के से हालात मे जो जीता वही सिकन्दर की सी परिस्थितियाँ उत्पन्न होने की प्रबल सम्भावना है !यहाँ यह भी तय है की जो इस खेल से बाहर होता है वह अब शायद ही बेसिक शिक्षा मे अध्यापक बन पायेगा? अब इस फैसले के बाद शायद ही कभी इतने बड़े स्तर पर रिक्तिया निकाली जाये !लेकिन at के तीन प्रमुख दावेदारों सामान्य btc ,शिक्षा मित्र btc ओर bed tet मे सबसे कमजोर दावा 72825 से आगे निउक्ति का ही है !जिसके सम्बन्ध मे राज्य सरकार ने भी अपने काउंटर से अपनी मंशा जाहिर कर दी है ........
सुप्रीमकोर्ट की आगामी डेट, 17 नवम्बर सुनिश्चित होने के पूर्व ही बेसिक शिक्षा सचिव संजय सिन्हा ने 24 फ़रवरी के अन्तरिम आदेश याची नियुक्ति को लेकर लगाई रिपोर्ट के अनुसार ....
1-24 फ़रवरी तक रिसीव गौरव भाटिया द्वारा प्राप्त डिटेल के अनुसार याचियों की संख्या-34509
2-प्रदेश भर से विभिन्न IA मे शामिल कुल याची संख्या--68015
जो रिपोर्ट परिषद ने दाखिल की है उसमे सभी IA में 34509 के विवरण मे उल्लेखित डिटेल में खामी पायी गयी हैं ,जो निम्न हैं----
1-26596 याची जिनकी IA नंबर रिसीव नहीं कराये गए।
2-32237 याचियों के TET ROLL NO का जिक्र नहीं किया गया,
3-33133 याचियों के TET MARK'S फीड नहीं किये गए।
1100 याची लाभ में सचिव परिषद के अनुसार 7 दिसम्बर के अन्तरिम आदेश के तहत जिन 862 लोगों को याची नियुक्ति प्रदान की गई है उनमे 346 लोग निर्धारित मानक पूर्ण नहीं करते .......
1-96 याची 2011 के द्वारा एप्लीकेसन फॉर्म सब्मिट नहीं किये गए।
2-80 याचियों का मानक 70 %से कम यानि जनरल मानक कट ऑफ पूर्ण नहीं करते।
3-171 याची 60% रिजर्व से नीचे हैं।
*शेष पद 8550*
यहाँ यह स्पष्ट भी करना चाहूंगा की sc मे शिक्षा मित्र मामले मे 12 सितम्बर का जजमेंट ज्यों का त्यों लागू नही हो सकता 12 सितम्बर का जजमेंट न्यायिक कम राजनैतिक अधिक था !जिसमे शिक्षा मित्रों की कोर्ट की ओर से लापरवाही ,धन की कमी ,समेत कई कारण प्रमुख रहे है लेकिन अब up का शिक्षा मित्र ओर uppsms लगातार अपने हितों की रक्षा के लिये जागरूक है ओर जो जागता है वह कभी नही हारता है !
अतः up के मेरे सभी शिक्षा मित्र साथियों आपसे मेरा निवेदन है की आपको मिलने वाले वेतन की चका-चौंधिया मे न खो कर वेतन की निरंतरता हमेशा बनी रहे उसके लिये सभी साथी संगठन के खाते अथवा नकद आर्थिक सहयोग कल तक अवश्य करने का कष्ट करे.
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