17 नवंबर की टीईटी मामले में बहुप्रतीक्षित फैसले की सुनवाई को अब चंद घंटे मात्र ही शेष : UPTET उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा

मोदी जी के नोटबंदी के ऐतिहासिक फैसले के बाद होने वाली 17 नवंबर की टीईटी मामले में बहुप्रतीक्षित फैसले की सुनवाई को अब चंद घंटे मात्र ही शेष हैं, लेकिन सोशल मीडिया पर पसरा सन्नाटा इस बात का इशारा करता है कि अब लूट-खसोट का दौर खत़म और ईमानदारी के दौर की शुरुआत होने जा रही है।

इसी कड़ी में बस दीपक मिश्रा जी अब इस बात को समझ जायें कि भविष्य में काली कमाई का अब कोई मतलब नहीं है और ईमानदारी से बी० एड० + टीईटी वालों की योग्यता देखते हुये याची हित में एक बेहतर फैसला दें तो मोदी जी की तरह माननीय दीपक मिश्रा जी इतिहास के पन्नो पर स्वर्णाक्षरों में दर्ज हो जायेंगे।
जहाँ तक मोदी जी के नोटबंदी के ऐतिहासिक फैसले का असर तो मिश्रा जी पर पड़ा ही होगा।
आज स्थिति यह है कि नोटबंदी के कारण टीईटी व शिक्षामित्र नेता वकीलों की जबरदस्ती की भीड़ नहीं जुटा पायेंगे और कम भीड़ होने की वजह से केस की बहस शान्ति से होगी। इतना तय है कि चाहे जज हो, वकील हो या नेता हों नोटबंदी ने सभी की मेंटेलिटी चेंज कर दी है, न हाव-हाव, न मेरा-मेरा और न ही गलाकाट स्पर्धा न तो सोशल मीडिया में नजर आ रही है और न ही कोर्ट की सुनवाई में होगी। माननीय दीपक मिश्रा जी को सब पता है कि फैसला क्या देना है??
बस अब ईश्वर से यही प्रार्थना है कि माननीय दीपक मिश्रा जी को सद्बुद्धि प्रदान करे !!
।। जय श्री राम।।
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