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22 फरवरी की डेट को लेकर विभिन्न पक्षो में डर ,आशंकाओ का माहौल उग्र

आचार संहिता के माहौल में शिक्षा मित्रों में सर्वाधिक भय व्याप्त है, ताजा माहौल को भांप कर शि मि के गुट अधिकारी स्तर से लेकर पार्टी स्तर तक अत्यन्त सक्रिय हो गये हैं।
सूत्रों की माने तो अधिकारी भी 22 फर की डेट के भय से शि मि नेताओं को घास नहीं डाल रहे हैं वहीं सपा के सशक्त धड़े ने उनको ये बात समझायी है कि यदि इस बार खाली हांथ कोर्ट गये तो वकीलों की फौज भी शि मि को बचा न पायेगी,तार्किक रूप से अंतरिम आदेश का पालन कर ही चहेतों को बचाया जा सकता है।न्याय विभाग का भी यही मानना है कि अंतरिम आदेश का अनुपालन ही सरकार व शिक्षा मित्रों के लिये कम से कम अगली डेट में हितकर होगा।
उधर शि मित्रों के शीर्ष नेता भी इस बात को अच्छी तरह समझते हुये भी भय दिखाकर अरबपति बनने का सफर तय करना चाहते हैं।फिलहाल 22 फरवरी ने विभिन्न पक्षो में डर ,आशंकाओ का माहौल उग्र कर दिया है।
टेट नेताओं को अन्य बातों के अलावा सारा ध्यान कोर्ट कार्यवाही पर लगाना चाहिये क्योंकि इस सरकार ने सदैव पूर्वानुमानों को धता बताया है।

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