साथियों , जैसे की सभी को विदित है की 22 फरवरी को जस्टीस दीपक मिश्रा की बेंच में हमारे केस की अहम सुनवाई होनी है ।जिसके लिये टीईटी संघर्ष मोर्चा ने भारत के महान कानूनविदों में से एक श्री पी पी राव सर को इंगेज कर लिया है ।
किंतु यहाँ सभी गुटों से एक बार फ़िर अपील करूँगा की गुटबाजी और राजनीति करने के जीवन में अनेक अवसर आयेंगे यदि हम नौकरी में सकुशल रहे तो इसलिये विषय और स्तिथि की गम्भीरता और सामने विपक्षी वकीलों के हुजूम को देखते हुये वो अपने सभी गिले-शिकवे छोड़कर टीईटी -2011की समग्र जीत के लिये एकमंच पर संगठित हो जायें क्योंकि जिस तरह से 22 फरवरी जस्टीस दीपक मिश्रा पूरे दिन में केवल एक ,हमारा ही केस सुनेंगे तो ऐसे में उनके पास पर्याप्त समय होगा की वो केस से जुड़े हर पहलू पर दोनों पक्षों का मत जानकर अपना निर्णय भी दे दें या निर्णय को सुरक्षित कर लें , इसके साथ ही टीईटी-2011 के विरोध में विपक्षीयों ने रामजेठमलानी , पी चिदम्बरम ,कपिल सिब्बल , हरीश साल्वे ,वेनूगोपाल जैसे मर्मज्ञ कानूनी धुरंधर अधिवक्ताओं की फौज को खड़ा किया है तो हमें भी इनके दांवपेंचों से बचने के लिये संगठित होकर मज़बूती से खड़ा होना होगा ।
चूँकि जस्टीस दीपक मिश्रा पहले ही एक पक्ष या एक मुद्दे पर समूह के एक प्रतिनिधि अधिवक्ता को ही पक्ष रखने का लिखित आदेश कर चुके हैं ऐसे में प्रबल सम्भावना है की 72825 भर्ती में चयनितों के वकीलों में से केवल एक को ही समग्र का पक्ष रखने का मौका मिले तब ऐसी स्तिथि में हमें सबमें से एक को ही चुनना होगा , जिसकी तैयारी भी हमें पहले से ही करनी होगी ।
इसके अलावा लोगों में एक भ्रम की स्थिति यह भी बनी हुई है की इतने सारे केसों की सुनवाई कैसे होगी उस दिन ? या हर बार की तरह फ़िर डेट मिलेगी !
तो स्पष्ट कर दूँ की सभी केसों में एक ही समान मुद्दा है इसीलिये इन्हें एकसाथ सुनवाई को लाया गया है और इसीलिये पूरा दिन केवल इसी केस की सुनवाई हेतु रिजर्व रखा गया है और आशा है की काफी कुछ फैसला भी हो जायेगा क्योंकि कुलमिलाकर सभी केसों में निम्न चार बातों पर ही बहस और निर्णय होने हैं -
1 - उ.प्र. बेसिक शिक्षा नियमावली में शिक्षक भर्ती के लिये किये गये संशोधन 12 बाँ , 15 बाँ , 16 बाँ व 19 बाँ पर आये हाईकोर्ट के समस्त समस्त आदेश सही हैं या नहीँ हैं ।
2 - वर्तमान समय में स्थापित शिक्षक भर्ती के नियमों के आधार पर राज्य या केन्द्र में से किसके नियम लागू और प्रभावी होंगे ।
3 - इसके साथ ही यह भी देखा जायेगा की ca - 4347
के संदर्भ में जारी माननीय अदालत के आदेशों के अनुपालन की स्थिति क्या है ?
टीईटी-2011 के हितों की रक्षा के लिये टीईटी संघर्ष मोर्चा गत पाँच वर्षों से अधिक समय की भाँति तत्पर और सजग है , पी पी राव सर हर स्तिथि से निबटने में सक्षम हैं पर अभी हमें उनकी फीस देनी है जिसके लिये सभी के थोड़े-थोड़े सहयोग की नितांत आवश्यकता है । आशा है की पिछली हर बार की तरह नकारात्मक विचारों और लोगों की अनदेखी करते हुये समय रहते फीस जुटा लेंगे ।
इसी के साथ बीआरसी या जिला लेवेल पर जिन प्रतिनिधियों ने सहयोग एकत्र किया हो उसे अतिशीघ्र मोर्चा के निम्न अकाउंट में भेज दें जिससे हम समय रहते सभी तैयारियों को पूरा करवा सकें ।
एक बात सभी टीईटी उत्तीर्ण को ध्यान में रखनी होगी की जैसे-जैसे सुनवाई की तारीख पास आती जायेगी वैसे -वैसे विरोधी अपनी नकारात्मकता को फैला हमारे संगठन को कमजोर करने का पुरजोर प्रयास करेंगे पर मुझे विश्वास है की हमारे टीईटी-2011 उत्तीर्ण सभी साथी शिक्षक योग्य हैं और पर्याप्त विवेकशील हैं , आप सभी गत पाँच वर्ष के संघर्ष में नाकारात्मकता से लड़ने का हुनर सीख चुके हैं ।
एक बार पुन : स्तिथि की गम्भीरता को देखते हुये सभी को एकजुट होकर लड़ने की अपील करूँगा । शेष फ़िर....
आपका - गणेश शंकर दीक्षित
उ.प्र. टीईटी संघर्ष मोर्चा
सन्घेय शक्ति सर्वदा ।
जय हिन्द जय टीईटी ॥
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किंतु यहाँ सभी गुटों से एक बार फ़िर अपील करूँगा की गुटबाजी और राजनीति करने के जीवन में अनेक अवसर आयेंगे यदि हम नौकरी में सकुशल रहे तो इसलिये विषय और स्तिथि की गम्भीरता और सामने विपक्षी वकीलों के हुजूम को देखते हुये वो अपने सभी गिले-शिकवे छोड़कर टीईटी -2011की समग्र जीत के लिये एकमंच पर संगठित हो जायें क्योंकि जिस तरह से 22 फरवरी जस्टीस दीपक मिश्रा पूरे दिन में केवल एक ,हमारा ही केस सुनेंगे तो ऐसे में उनके पास पर्याप्त समय होगा की वो केस से जुड़े हर पहलू पर दोनों पक्षों का मत जानकर अपना निर्णय भी दे दें या निर्णय को सुरक्षित कर लें , इसके साथ ही टीईटी-2011 के विरोध में विपक्षीयों ने रामजेठमलानी , पी चिदम्बरम ,कपिल सिब्बल , हरीश साल्वे ,वेनूगोपाल जैसे मर्मज्ञ कानूनी धुरंधर अधिवक्ताओं की फौज को खड़ा किया है तो हमें भी इनके दांवपेंचों से बचने के लिये संगठित होकर मज़बूती से खड़ा होना होगा ।
चूँकि जस्टीस दीपक मिश्रा पहले ही एक पक्ष या एक मुद्दे पर समूह के एक प्रतिनिधि अधिवक्ता को ही पक्ष रखने का लिखित आदेश कर चुके हैं ऐसे में प्रबल सम्भावना है की 72825 भर्ती में चयनितों के वकीलों में से केवल एक को ही समग्र का पक्ष रखने का मौका मिले तब ऐसी स्तिथि में हमें सबमें से एक को ही चुनना होगा , जिसकी तैयारी भी हमें पहले से ही करनी होगी ।
इसके अलावा लोगों में एक भ्रम की स्थिति यह भी बनी हुई है की इतने सारे केसों की सुनवाई कैसे होगी उस दिन ? या हर बार की तरह फ़िर डेट मिलेगी !
तो स्पष्ट कर दूँ की सभी केसों में एक ही समान मुद्दा है इसीलिये इन्हें एकसाथ सुनवाई को लाया गया है और इसीलिये पूरा दिन केवल इसी केस की सुनवाई हेतु रिजर्व रखा गया है और आशा है की काफी कुछ फैसला भी हो जायेगा क्योंकि कुलमिलाकर सभी केसों में निम्न चार बातों पर ही बहस और निर्णय होने हैं -
1 - उ.प्र. बेसिक शिक्षा नियमावली में शिक्षक भर्ती के लिये किये गये संशोधन 12 बाँ , 15 बाँ , 16 बाँ व 19 बाँ पर आये हाईकोर्ट के समस्त समस्त आदेश सही हैं या नहीँ हैं ।
2 - वर्तमान समय में स्थापित शिक्षक भर्ती के नियमों के आधार पर राज्य या केन्द्र में से किसके नियम लागू और प्रभावी होंगे ।
3 - इसके साथ ही यह भी देखा जायेगा की ca - 4347
के संदर्भ में जारी माननीय अदालत के आदेशों के अनुपालन की स्थिति क्या है ?
टीईटी-2011 के हितों की रक्षा के लिये टीईटी संघर्ष मोर्चा गत पाँच वर्षों से अधिक समय की भाँति तत्पर और सजग है , पी पी राव सर हर स्तिथि से निबटने में सक्षम हैं पर अभी हमें उनकी फीस देनी है जिसके लिये सभी के थोड़े-थोड़े सहयोग की नितांत आवश्यकता है । आशा है की पिछली हर बार की तरह नकारात्मक विचारों और लोगों की अनदेखी करते हुये समय रहते फीस जुटा लेंगे ।
इसी के साथ बीआरसी या जिला लेवेल पर जिन प्रतिनिधियों ने सहयोग एकत्र किया हो उसे अतिशीघ्र मोर्चा के निम्न अकाउंट में भेज दें जिससे हम समय रहते सभी तैयारियों को पूरा करवा सकें ।
एक बात सभी टीईटी उत्तीर्ण को ध्यान में रखनी होगी की जैसे-जैसे सुनवाई की तारीख पास आती जायेगी वैसे -वैसे विरोधी अपनी नकारात्मकता को फैला हमारे संगठन को कमजोर करने का पुरजोर प्रयास करेंगे पर मुझे विश्वास है की हमारे टीईटी-2011 उत्तीर्ण सभी साथी शिक्षक योग्य हैं और पर्याप्त विवेकशील हैं , आप सभी गत पाँच वर्ष के संघर्ष में नाकारात्मकता से लड़ने का हुनर सीख चुके हैं ।
एक बार पुन : स्तिथि की गम्भीरता को देखते हुये सभी को एकजुट होकर लड़ने की अपील करूँगा । शेष फ़िर....
आपका - गणेश शंकर दीक्षित
उ.प्र. टीईटी संघर्ष मोर्चा
सन्घेय शक्ति सर्वदा ।
जय हिन्द जय टीईटी ॥
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