बीएड/टेट उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के हित हेतु उक्त दोनों ही नेता हितकारी..........मयंक तिवारी

उत्तर प्रदेश में बीजेपी को मिले प्रचण्ड बहुमत के बाद से अभी तक मुख्यमंत्री का नाम तय नही हो पाया है। इसके लिए 16को विद्यायक दल की मीटिंग होनी है।
वर्तमान में राजनाथ सिंह जी, केशव प्रसाद मौर्या जी, योगी आदित्यनाथ जी, मनोज सिन्हा जी, डॉ दिनेश शर्मा जी आदि का नाम मुख्यमंत्री हेतु चर्चाओं में है किन्तु जहाँ तक मेरी जानकारी है इन सबके अतिरिक्त दो नाम ओर है सुरेश कुमार खन्ना जी और स्वतंत्र देव सिंह जी। सभवतः मुख्यमंत्री पद हेतु इन्ही दो मे से एक पर अंतिम मुहर लग सकती है।
1. सुरेश कुमार खन्ना
भारतीय जनता पार्टी के एकमात्र ऐसे राजनेता हैं जिन्होंने शाहजहाँपुर शहर से उत्तर प्रदेश विधानसभा का चुनाव 1989 से 2017 तक लगातार 8 बार जीता। शहर में उनकी लोकप्रियता को देखते हुए भाजपा ने उन्हें सन् 2004 में शाहजहाँपुर जिले से लोक सभा का चुनाव लड़ाया जिसमें उन्हें केवल 16.34% मत प्राप्त हुए। शाहजहाँपुर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र से सन् 2004 में सांसद का चुनाव हारने के बाद उन्होंने विधायक के रूप में ही राजनीति में रहना पसन्द किया। वे सुरेश खन्ना के नाम से ही अधिक लोकप्रिय हैं।
सुरेश खन्ना का जन्म सन् 1954 में शाहजहाँपुर शहर के दीवान जोगराज मुहल्ले में कान्ति देवी और रामनारायण खन्ना के यहाँ हुआ था। उन्होंने स्नातक परीक्षा उत्तीर्ण करने के पश्चात् 1977 में लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ से एल०एल०बी० किया। वे अविवाहित हैं और दीवान जोगराज (शाहजहाँपुर) स्थित पैतृक निवास में अपने भाई के परिवार के साथ रहते हैं। वे स्वयं को पूर्णकालिक राजनीतिक कार्यकर्ता ही मानते हैं। वैसे वे एक बार उत्तर प्रदेश सरकार में नगर विकास मन्त्री भी रह चुके हैं।
सुरेश खन्ना छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय रहे। छात्र राजनीति के बाद उन्होंने सन् 1980 में शाहजहाँपुर की नगर विधान सभा का चुनाव लोक दल के प्रत्याशी के रूप में लड़ा था किन्तु कामयाब नहीं हुए। इसके बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और 1989 में भाजपा के टिकट पर उसी सीट से चुनाव लड़ा और जीत दर्ज़ की।
इस जीत के बाद उनका राजनीतिक कद बढ़ता ही गया और 1991 के चुनाव में वे फिर से विधायक चुने गये और राज्य मन्त्री बने। 1993, 1996, 2002 में भी उन्होंने चुनाव जीता और सरकार में मन्त्री बने। 2007 के विधान सभा चुनाव में भी सुरेश खन्ना का विजय रथ कोई भी पार्टी रोक नहीं सकी।
उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी में खन्ना की अच्छी पकड़ है। इस समय सुरेश खन्ना उत्तर प्रदेश विधान मण्डल में भाजपा के मुख्य सचेतक है। शाहजहाँपुर की जनता में भी वह काफी लोकप्रिय हैं। इसी का नतीजा है कि लगातार आठवीं बार शाहजहाँपुर से नगर विधायक हैं।
2. स्वतंत्र देव सिंह
मूलरूप से मिर्जापुर के रहने वाले स्वतंत्रदेव अब उरई में रह रहे हैं। किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले कुर्मी बिरादरी के स्वतंत्रदेव जमीनी नेता माने जाते हैं। संपत्ति के नाम पर उनके पास एक छोटा सा मकान और एक दोपाहिया वाहन है।
1986- आरएसएस से जुड़कर संघ का प्रचारक का काम शुरु किया।
1988-89- अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) में संगठन मन्त्री बने।
1991- भाजपा कानपुर के युवा शाखा के मोर्चा प्रभारी बने।
1994- बुन्देलखण्ड के युवा मोर्चा के प्रभारी बने।
1996- युवा मोर्चा का महामन्त्री नियुक्त किया गया।
1998- फिर से भाजपा युवा मोर्चा का महामन्त्री बनाया गया।
2001- भाजपा के युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष बने।
2004- विधान परिषद के सदस्य चुने गए।
2004 से 2014- तक दो बार प्रदेश महामन्त्री।
2010- प्रदेश उपाध्यक्ष बनाए गए।
2012- से अभी तक महामंत्री बने हुए हैं।
हम बीएड/टेट उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के हित हेतु उक्त दोनों ही नेता हितकारी साबित होंगे। शेष 16की प्रतीक्षा करते है। आप सभी लखनऊ चलने हेतु मानसिक रूप से तैयार रहें। फ़िलहाल सभी सक्रीय साथियों से लगातार संपर्क किया जा रहा है। जो भी योजना तैयार होती है उससे जल्द ही आपको अवगत कराया जायेगा। तब तक आप सभी व्यतिगत रूप से भाजपा नेताओं से संपर्क स्थापित करते रहें।धन्यबाद
आप सभी के उज्ज्वल भविष्य की शुभ कामनाओं के साथ
आपका मयंक तिवारी
बीएड/टेट उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा
उत्तर प्रदेश
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