आज की सुनवाई पर हिमांशु राणा के विचार - जैसा कि सभी को विदित है कि मा० उच्चत्तम न्यायालय में शिक्षक भर्ती को लेकर वाद पर सुनवाई कल कोर्ट न० 13 में न्यायमूर्ति श्री ए०के० गोयल और न्यायमूर्ति श्री यू०यू० ललित जी की बेंच में सुनिश्चित है |
1 ) स्टेट की खंडपीठ इलाहबाद हाई-कोर्ट से हुए टेट मेरिट के पक्ष में फैसले के विरुद्ध आई एसएलपी जिस पर मा० उच्चत्तम न्यायालय के ही अंतरिम आदेशानुसार लगभग 65 हजार पद भरे जा चुके हैं |
2) शिक्षा मित्र वाद जिस पर मा० उच्चत्तम न्यायालय से स्टे और निर्देश के बाद पूर्णपीठ ने डी-बार कर दिया जिसके विरुद्ध स्टेट की एसएलपी के साथ-साथ लगभग सौ एसएलपी आई और मामले पर पुनः स्थगनादेश मा० उच्चत्तम न्यायालय ने दिया |
4) अकादमिक की एसएलपी जिनका अस्तित्व स्टेट की मैन एसएलपी में ही है |
5) न्याय की उम्मीद में 2011 से पीड़ित बैठे याची |
उत्तर-प्रदेश की ये हालत जो पूर्व युवा मुख्यमंत्री करके गए हैं वो बहुत ही भयावह रूप लेने वाली है |
1,37,000 शिक्षामित्र + 90,000 लगभग अकादमिक वाले या 65,000 टीईटी वाले जो कि मा० उच्चत्तम न्यायालय के अंतरिम आदेश पर नौकरी कर रहे हैं + 839 अंतरिम व्यवस्था पर कोर्ट द्वारा रखे गए शिक्षक + 70,000 न्याय की उम्मीद में 2011 से पीड़ित बैठे याची |
आंकड़ा जोड़कर देखें तो लगभग सवा दो लाख लोगों की दिनचर्या/जीवन/रोजी-रोटी/व्यवसाय प्रभावित किया है पूर्व युवा मुख्यमंत्री की नीतियों ने |
मा० उच्चत्तम न्यायालय से आने वाले निर्णय के पश्चात उत्तर-प्रदेश में उत्पन्न होने वाली भयावह स्थिति की जिम्मेदारी कौन लेगा ?
पूर्व मुख्यमंत्री राजनीतिक ब्यान देंगे कि हमारी भर्तियों के लिए वर्तमान राज्य सरकार ने पैरवी नहीं की तो उनसे मेरा सवाल आप मा० उच्चत्तम न्यायालय और मा० उच्च न्यायालय में क्या कर रहे थे ?
बहुत कुछ होने जा रहा है, अतीत से वर्तमान तक का आइना इसलिए दिखाया हूँ कि समस्त पक्ष होने वाले निर्णय के लिए मानसिक रूप से तैयार रहे |
कल होने वाली सुनवाई पर हो सकता है एक डेट और मिले लेकिन अब ये बेंच निर्णय करेगी जिसकी गाथा ऊपर लिख दिया हूँ |
कौन रहेगा कौन जाएगा भविष्य और न्याय के गर्क में हैं |
मन व्यथित है क्यूंकि दिखाई दे रहा है कि अध्यापक को अपराधी बनने में देर नहीं लगेगी |
to be continued
धन्यवाद
हर हर महादेव
आपका____हिमांशु राणा
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ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines
- LIVE सुप्रीमकोर्ट : 11 अप्रैल सुनवाई : UPTET 72825 और शिक्षामित्रों की आज होने वाली सुनवाई पर
- 11 April 2017 : Big Breaking News : 15वें संशोधन , 29334 जूनियर भर्ती , UPTET , शिक्षा विभाग , याची , सुप्रीमकोर्ट , शिक्षामित्र केस , 72,825 शिक्षक भर्ती
- 11 April 2017 : ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines
1 ) स्टेट की खंडपीठ इलाहबाद हाई-कोर्ट से हुए टेट मेरिट के पक्ष में फैसले के विरुद्ध आई एसएलपी जिस पर मा० उच्चत्तम न्यायालय के ही अंतरिम आदेशानुसार लगभग 65 हजार पद भरे जा चुके हैं |
2) शिक्षा मित्र वाद जिस पर मा० उच्चत्तम न्यायालय से स्टे और निर्देश के बाद पूर्णपीठ ने डी-बार कर दिया जिसके विरुद्ध स्टेट की एसएलपी के साथ-साथ लगभग सौ एसएलपी आई और मामले पर पुनः स्थगनादेश मा० उच्चत्तम न्यायालय ने दिया |
- शिक्षामित्रों का न सिर्फ समायोजन अवैध हैं बल्कि उनको दूरस्थ माध्यम से कराया गया बीटीसी प्रशिक्षण भी अवैध
- सर्वोच्च न्यायालय में यह बताना जरूरी कि मूल प्रकरण 72825 शिक्षक भर्ती का , सर्वप्रथम मूल मुद्दे अर्थात 72825 भर्ती के बेस ऑफ़ सिलेक्शन पर निर्णय किया जाये
- टेट के समस्त याचियों के लिए कुछ विशेष बातें , यही सत्य और आखिरी रास्ता हैं की 24 feb तक के सभी याचियों को याची लाभ मिले
- सुप्रीमकोर्ट में आज शिक्षामित्रों सहित, 72825 शिक्षक भर्ती व टीईटी उत्तीर्ण युवाओं के मामले पर से हटेगी धुंध, नियुक्तियों पर ख़त्म होगा संशय, कमरा नंबर 13 में होगी सुनवाई
- आज की सुनवाई पर हिमांशु राणा के विचार
- 11 April : सरकार की तरफ से कोई अधिवक्ता न होने के कारण एक और फाइनल डेट मिल सकती है
4) अकादमिक की एसएलपी जिनका अस्तित्व स्टेट की मैन एसएलपी में ही है |
5) न्याय की उम्मीद में 2011 से पीड़ित बैठे याची |
उत्तर-प्रदेश की ये हालत जो पूर्व युवा मुख्यमंत्री करके गए हैं वो बहुत ही भयावह रूप लेने वाली है |
1,37,000 शिक्षामित्र + 90,000 लगभग अकादमिक वाले या 65,000 टीईटी वाले जो कि मा० उच्चत्तम न्यायालय के अंतरिम आदेश पर नौकरी कर रहे हैं + 839 अंतरिम व्यवस्था पर कोर्ट द्वारा रखे गए शिक्षक + 70,000 न्याय की उम्मीद में 2011 से पीड़ित बैठे याची |
आंकड़ा जोड़कर देखें तो लगभग सवा दो लाख लोगों की दिनचर्या/जीवन/रोजी-रोटी/व्यवसाय प्रभावित किया है पूर्व युवा मुख्यमंत्री की नीतियों ने |
मा० उच्चत्तम न्यायालय से आने वाले निर्णय के पश्चात उत्तर-प्रदेश में उत्पन्न होने वाली भयावह स्थिति की जिम्मेदारी कौन लेगा ?
पूर्व मुख्यमंत्री राजनीतिक ब्यान देंगे कि हमारी भर्तियों के लिए वर्तमान राज्य सरकार ने पैरवी नहीं की तो उनसे मेरा सवाल आप मा० उच्चत्तम न्यायालय और मा० उच्च न्यायालय में क्या कर रहे थे ?
बहुत कुछ होने जा रहा है, अतीत से वर्तमान तक का आइना इसलिए दिखाया हूँ कि समस्त पक्ष होने वाले निर्णय के लिए मानसिक रूप से तैयार रहे |
कल होने वाली सुनवाई पर हो सकता है एक डेट और मिले लेकिन अब ये बेंच निर्णय करेगी जिसकी गाथा ऊपर लिख दिया हूँ |
कौन रहेगा कौन जाएगा भविष्य और न्याय के गर्क में हैं |
मन व्यथित है क्यूंकि दिखाई दे रहा है कि अध्यापक को अपराधी बनने में देर नहीं लगेगी |
to be continued
धन्यवाद
हर हर महादेव
आपका____हिमांशु राणा
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