क्या है ईजेम पोर्टल?
ईजेम (गर्वमेन्ट ई मार्केटप्लेस) एक वेब पोर्टल है। इससे केंद्र सरकार व राज्य सरकार के विभाग, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम या स्वायत्त निकायों के अधिकृत प्रतिनिधि आवश्यकतानुसार उत्पाद व सेवाओं की खरीदारी कर सकेंगे। यह पोर्टल पर सामान्य नागरिक भी अपने उत्पाद सेवाएं बेच सकते हैं।
इसके किसी तरह के उपयोग से पहले इस पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा।
गोरखपुर। निज संवाददातापरिषदीय विद्यालयों के बच्चों को ठण्ड से बचाने के लिये सरकार उनमें स्वेटरों का वितरण करेगी। जनपद के 2150 प्राथमिक व 834 उच्च प्राथमिक विद्यालयों के करीब तीन लाख छात्रों को इसका लाभ मिलेगा। निकाय चुनावों के कारण स्वेटर के टेण्डर की प्रक्रिया बाधित है। बेसिक शिक्षा विभाग इस बार ईजेम पोर्टल के जरिए स्वेटरों की खरीदारी करेगा। यह पोर्टल केन्द्र सरकार द्वारा बनाया गया है।
परिषदीय विद्यालयों में बच्चों की संख्या को बढ़ाने के लिये सरकार स्कूल ड्रेस, जूते, मीड डे मिल की सुविधा पहले से ही दे रही है। इस बार ठण्ड से बचने के लिए बच्चों में स्वेटर का भी वितरण करेगी। फिलहाल प्रदेश में निकाय चुनावों में आचार संहिता के कारण स्वेटरों के खरीदारी की प्रक्रिया काफी धीमी गति से चल रही है। चुनाव के बाद इसमें तेजी आएगी।
शासन का माननता है कि परिषदीय विद्यालयों में ज्यादातर गरीबों के बच्चे ही पढ़ते हैं। ठण्ड के मौसम में ऊनी कपड़ों के अभाव में वह विद्यालयों में नहीं आते हैं। इससे ठण्ड के मौसम में विद्यालयों में बच्चों की संख्या काफी कम हो जाती है। बच्चों को स्वेटर मिल जाने से कक्षा में उनकी उपस्थिति निश्चित तौर पर बढ़ जाएगी। शासन के निर्देश पर इस बार स्वेटरों की खरीदारी ईजेम पोर्टल के जरिये की जाएगी। केन्द्र सरकार द्वारा उक्त पोर्टल का निर्माण सरकारी संस्थाओं की आवश्यकतानुसार खरीदारी के लिये बनाया गया है।
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ईजेम (गर्वमेन्ट ई मार्केटप्लेस) एक वेब पोर्टल है। इससे केंद्र सरकार व राज्य सरकार के विभाग, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम या स्वायत्त निकायों के अधिकृत प्रतिनिधि आवश्यकतानुसार उत्पाद व सेवाओं की खरीदारी कर सकेंगे। यह पोर्टल पर सामान्य नागरिक भी अपने उत्पाद सेवाएं बेच सकते हैं।
इसके किसी तरह के उपयोग से पहले इस पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा।
गोरखपुर। निज संवाददातापरिषदीय विद्यालयों के बच्चों को ठण्ड से बचाने के लिये सरकार उनमें स्वेटरों का वितरण करेगी। जनपद के 2150 प्राथमिक व 834 उच्च प्राथमिक विद्यालयों के करीब तीन लाख छात्रों को इसका लाभ मिलेगा। निकाय चुनावों के कारण स्वेटर के टेण्डर की प्रक्रिया बाधित है। बेसिक शिक्षा विभाग इस बार ईजेम पोर्टल के जरिए स्वेटरों की खरीदारी करेगा। यह पोर्टल केन्द्र सरकार द्वारा बनाया गया है।
परिषदीय विद्यालयों में बच्चों की संख्या को बढ़ाने के लिये सरकार स्कूल ड्रेस, जूते, मीड डे मिल की सुविधा पहले से ही दे रही है। इस बार ठण्ड से बचने के लिए बच्चों में स्वेटर का भी वितरण करेगी। फिलहाल प्रदेश में निकाय चुनावों में आचार संहिता के कारण स्वेटरों के खरीदारी की प्रक्रिया काफी धीमी गति से चल रही है। चुनाव के बाद इसमें तेजी आएगी।
शासन का माननता है कि परिषदीय विद्यालयों में ज्यादातर गरीबों के बच्चे ही पढ़ते हैं। ठण्ड के मौसम में ऊनी कपड़ों के अभाव में वह विद्यालयों में नहीं आते हैं। इससे ठण्ड के मौसम में विद्यालयों में बच्चों की संख्या काफी कम हो जाती है। बच्चों को स्वेटर मिल जाने से कक्षा में उनकी उपस्थिति निश्चित तौर पर बढ़ जाएगी। शासन के निर्देश पर इस बार स्वेटरों की खरीदारी ईजेम पोर्टल के जरिये की जाएगी। केन्द्र सरकार द्वारा उक्त पोर्टल का निर्माण सरकारी संस्थाओं की आवश्यकतानुसार खरीदारी के लिये बनाया गया है।
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