शिक्षक भर्ती में धांधली, वीसी के पूर्व ओएसडी के चयन पर सवाल

इलाहाबाद। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के संघटक महाविद्यालयों में शिक्षक भर्ती को लेकर धांधली के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। इस बार इविवि के कुलपति के पूर्व ओएसडी का चयन संदेह के घेरे में है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के राष्ट्रीय मंत्री रोहित मिश्र ने आरोप लगाया है कि वीसी के पूर्व ओएसडी अमित सिंह ने फर्जी मार्कशीट लगाकर इविवि में शोध में प्रवेश लिया और इसके बाद गलत शपथपत्र देकर सीएमपी डिग्री कॉलेज के दर्शनशास्त्र विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर पद की नौकरी हथिया ली। आरोप के समर्थन में रोहित ने फर्जी और मूल मार्कशीट की प्रतियां भी सार्वजनिक की हैं। इसके अलावा सीएमपी में ही असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर एक महिला अभ्यर्थी के चयन पर भी सवाल उठाए गए हैं, लेकिन इस मामले कॉलेज प्रशासन पहले से ही जांच करा रहा है और संबंधित चयनित अभ्यर्थी का वेतन भी रोका जा चुका है।
एबीवीपी के मंत्री रोहित मिश्र ने मंगलवार को वीसी के पूर्व ओएसडी अमित सिंह की हाईस्कूल और इंटर की मार्कशीट सार्वजनिक की। रोहित का आरोप है कि अमित सिंह ने हाईस्कूल की परीक्षा तृतीय श्रेणी और इंटर की द्वितीय श्रेणी में उत्तीर्ण की थी, लेकिन शोध में प्रवेश के लिए हाईस्कूल एवं इंटर की प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण फर्जी मार्कशीट लगा दी। इस आधार पर प्रवेश ले लिया। इसके बाद वीसी का ओएसडी रहते हुए अमित ने सीएमपी डिग्री कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर पद की नौकरी हासिल ली। रोहित ने इसमें भी फर्जीवाड़े का आरोप लगाया है।
रोहित का दावा है कि अमित पर चार आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं, लेकिन शपथपत्र में इस बात का जिक्र नहीं है। रोहित का आरोप है कि यह पूरी नियुक्ति फर्जी है, लेकिन वीसी के दबाव में अमित का चयन किया गया। इसके अलावा सीएमपी में ही एक महिला अभ्यर्थी का गणित विषय में चयन किया गया। महिला अभ्यर्थी ने सिक्किम के जिस विश्वविद्यालय की एमएससी गणित की डिग्री लगाई है, उसे विश्वविद्यालय को यूजीसी की ओर से गैरमान्यता प्राप्त करार दिया जा चुका है और वहां के वीसी के खिलाफ कार्रवाई भी की जा चुकी है। यूजीसी ने वर्ष 2009-10 के बाद वहां से जारी डिग्री को गैरमान्यता प्राप्त करार दिया था, जबकि महिला अभ्यर्थी ने वर्ष 2010-11 की डिग्री लगाई है। हालांकि यह मामला पहले ही सामने आ चुके हैं और कॉलेज प्रशासन ने महिला अभ्यर्थी का वेतन रोकते हुए इसकी जांच भी शुरू करा दी है। रोहित ने यह आशंका भी जताई है कि भर्ती में धांधली का खुलासा करने पर उन्हें अमित सिंह से जान का खतरा है।

पूर्व ओएसडी ने कहा, ‘मेरे खिलाफ साजिश’
वीसी के पूर्व ओएसडी अमित सिंह ने कहा है कि उनके खिलाफ इविवि दर्शनशास्त्र के कुछ वरिष्ठ शिक्षक ही साजिश कर रहे हैं। रोहित मिश्र तो सिर्फ एक मोहरा है। अमित का कहना है कि कुछ वरिष्ठ शिक्षकों के बच्चे भी शिक्षक भर्ती परीक्षा में शामिल हो रहे हैं। मेरा चयन विभाग के शिक्षकों को नहीं पचा और उन्होंने कूटरचित तरीके से मेरी मार्कशीट से छेड़छाड़ कर मुझे फंसाने की साजिश रची। उन्होंने शोध में प्रवेश के लिए मूल मार्कशीट की प्रति ही लगाई थी।

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