जिलों में जबरन समायोजन से खफा हुए शिक्षामित्र, बेसिक शिक्षा निदेशक ने बीएसए से मांगी समायोजन की आख्या

इलाहाबाद : प्रदेश के तमाम जिलों में सभी शिक्षामित्रों को उनके मूल विद्यालयों में भेजने के लिए समायोजन संबंधी शासनादेश का उल्लंघन हो रहा है। जिलाधिकारी व बेसिक शिक्षा अधिकारी की कमेटी यह कार्य तय समय पर पूरा नहीं करा सकी।
समायोजन हर हाल में 19 अगस्त तक पूरे करने के निर्देश पर बीएसए ने शिक्षामित्रों को जबरन मूल स्कूलों में भेजना शुरू किया है। इस पर आदर्श समायोजित शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र शाही ने शासन स्तर पर शिकायत की है कि शिक्षामित्रों को जबरन हटाया जा रहा है।
असल में तमाम शिक्षामित्र मूल स्कूलों में नहीं जाना चाहते उन्हें भी हटाने का आदेश दिया गया है। यह हालात कई जिलों की है। जौनपुर आदि जिले में इसके विरोध में शिक्षामित्र धरने पर बैठ गए तो अन्य जिलों में भी प्रदर्शन होने की सूचना है। कई जिलों में शिक्षामित्र जिन स्कूलों से समायोजन पर आए उन्हें उसी स्कूल जाने का आदेश मिला है। समस्या बढ़ने की वजह शासनादेश में विकल्प देना है। इस पर संयुक्त शिक्षा निदेशक ललिता प्रदीप ने बीएसए को पत्र जारी करके पूछा है कि कितने शिक्षामित्रों को 19 जुलाई के शासनादेश के क्रम में समायोजित किया जा चुका है इसकी सूचना जल्द भेजी जाए।