सोनभद्र। शिक्षकों की भारी कमी प्राथमिक शिक्षा के लिए समस्या बन गई है ।
छात्र संख्या के आधार पर शिक्षकों की तैनाती का आदेश शासन ने दिया है। जबकि
2458 परिषदीय स्कूलों के सापेक्ष 997 विद्यालयों में महज एक-एक शिक्षक
तैनात हैं। यदि एकल विद्यालयों पर एक-एक शिक्षक की तैनाती की जाए तो 997
शिक्षकों की जरूरत पड़ेगी। जबकि पहले से ही 1320 शिक्षकों की कमी है।
जिले में प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों की संख्या क्रमश: 1804 और
654 है। प्राथमिक में 177555 छात्र पंजीकृत है जबकि उच्च प्राथमिक
विद्यालयों में 97149 छात्रों का पंजीयन है। छात्र संख्या के आधार पर
प्राथमिक विद्यालयों में 265 प्रधानाध्यापक और 6445 सहायक अध्यापक होने
चाहिए। इसी तरह, उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 297 प्रधानाध्यापक और 2261
सहायक अध्यापकों की तैनाती होनी चाहिए। इस तरह जिले में परिषदीय विद्यालयों
में बेहतर शिक्षा के लिए 5268 शिक्षकों की आवश्यकता है लेकिन प्राथमिक
विद्यालयों में 2780 और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 1168 शिक्षक ही तैनात
हैं। शिक्षकों की तैनाती के शासन के नए निर्देशों के तहत 150 छात्र संख्या
जिन स्कूलों में नहीं है वहां प्रधानाध्यापकों की तैनाती नहीं होगी। सरकार
के इस नए नियम के मुताबिक जनपद में अभी भी 1320 शिक्षकों की कमी है, जिसकी
वजह से प्राथमिक शिक्षा का बेहतर होना मुमकिन नहीं लगता।
एकल शिक्षक विद्यालयों पर तैनाती के निर्देश
प्राथमिक
शिक्षा के स्तर को उठाने के लिए सरकार ने एक शिक्षक वाले विद्यालयों में
एक-एक शिक्षक की तैनाती का निर्देश दिया है। जनपद पहले से ही शिक्षकों की
कमी का दंश झेल रहा है। ऐसे में एकल विद्यालयों पर एक-एक शिक्षक की तैनाती
संभव नहीं पा रही है।
जनपद में शिक्षकों की कमी है। यही वजह रही कि
इस जिले में अंतर जनपदीय तबादले पर शासन ने रोक लगा दिया था। शिक्षकों की
भर्ती की प्रक्रिया शुरू हो गई है। नई भर्ती के बाद स्थिति में कुछ सुधार
संभव है। - डा. गोरखनाथ पटेल, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, सोनभद्र।
एक नजर में....
प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों की संख्या : 2458
पंजीकृत छात्रों की संख्या : 274704
छात्र संख्या के आधार पर शिक्षक होने चाहिए : 5268
कार्यरत शिक्षकों की संख्या : 3948
शिक्षकों की कमी : 1320
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