अगले दो माह सितंबर और अक्टूबर में परीक्षा परिणामों की झड़ी लगेगी।
शासन की प्राथमिकता में शामिल स्टाफ नर्स (महिला) के अलावा एलटी ग्रेड
शिक्षक भर्ती का परिणाम जल्द देने की तैयारी है।
ऐसे ही आरओ-एआरओ
(प्रारंभिक) परीक्षा 2017 के साथ ही उप्र लोकसेवा आयोग यानि यूपीपीएससी ने
दो साल से प्रतीक्षित पीसीएस (मुख्य) परीक्षा 2016 के परिणाम का भी वादा
किया है। इससे आगामी परीक्षाओं पर बना है। परिणाम जारी करने की तैयारी में
परीक्षाओं का भी प्रभावित होना तय है।1परीक्षाएं कराने में अनियमितता,
परिणाम जारी करने में अवधि की अनिश्चितता, अपने ही विशेषज्ञों की गलतियों
से किरकिरी, वादाखिलाफी व नियमों में पारदर्शिता न होने को लेकर यूपीपीएससी
लाखों अभ्यर्थियों के निशाने पर है। परीक्षाएं कराने के बाद रिजल्ट में
लेटलतीफी ने यूपीपीएससी की छवि भी धूमिल कर रखी है। इसके बाद भी स्थिति जस
की तस है। कई परिणाम अभी लटके हैं जिसे जारी कराने को अभ्यर्थियों को कई
बार आंदोलन भी करना पड़ा। इसमें पीसीएस मुख्य परीक्षा 2016 का परिणाम दो
साल से रुका है। राज्य अभियंत्रण सेवा परीक्षा 2013 के परिणाम की प्रतीक्षा
में भी हजारों अभ्यर्थियों को दो साल बीत चुके हैं। समीक्षा अधिकारी-सहायक
समीक्षा अधिकारी (प्रारंभिक) परीक्षा 2017 के परिणाम चार महीने बाद भी
जारी नहीं हो सके हैं और डायट प्रवक्ता की स्क्रीनिंग परीक्षा का परिणाम भी
में है।
यूपीपीएससी ने सभी महत्वपूर्ण परीक्षाओं के परिणाम सितंबर से अक्टूबर तक व
राज्य अभियंत्रण सेवा के जूनियर इंजीनियर परीक्षा का परिणाम दिसंबर में
देने का वादा किया है। स्टाफ नर्स (महिला) परीक्षा 2017 के अलावा एलटी
ग्रेड शिक्षक भर्ती 2018 प्रदेश शासन की प्राथमिकता में भी है। यूपीपीएससी
तेजी से रिजल्ट तैयार करा रहा है। लाखों अभ्यर्थियों के लिए यह राहत भरी
खबर है। वहीं परिणामों की झड़ी के बीच यूपीपीएससी की सितंबर व अक्टूबर में
होने वाली परीक्षाएं समय पर हो सकेंगी यह भी बड़ा सवाल है।
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