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68500 शिक्षक भर्ती परीक्षा: विवाद में फंसा सफल अभ्यर्थियों का प्रमाण पत्र , 74 नंबर पाने वाले को 19 देकर कर दिया फेल

परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में 68500 सहायक अध्यापकों की भर्ती के लिए आयोजित लिखित परीक्षा में रोज गड़बड़ी का खुलासा हो रहा है। हाईकोर्ट के निर्देश पर परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय एलनगंज की ओर से शुक्रवार को 39 अभ्यर्थियों की स्कैन्ड कॉपियां दी गईं।
अभ्यर्थियों ने इसकी समीक्षा की तो कई अनियमितताएं सामने आईं। अभ्यर्थी अराधना वर्मा (रोल नंबर 59590200698) को 13 अगस्त को घोषित रिजल्ट में महज 19 नंबर देकर फेल कर दिया गया था। परिणाम से असंतुष्ट अराधना ने हाईकोर्ट में याचिका कर स्कैन्ड कॉपी दिलवाने का अनुरोध किया। शुक्रवार को कॉपी मिलने पर जब पता चला कि वास्तव में उसे 74 अंक मिले थे तो मानो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई।
इसी प्रकार ओबीसी वर्ग की छात्रा शिखा यादव (रोल नंबर 59600401908) को रिजल्ट में 22 नंबर मिले थे। परिणाम देखकर उसे यकीन नहीं हुआ कि वह फेल हो गई है। शिखा ने भी हाईकोर्ट में कॉपी के लिए याचिका की थी। शुक्रवार को स्कैन्ड कॉपी मिलने के बाद पता चला कि उसे 75 नंबर मिले थे। सामान्य वर्ग के आशुतोष सिंह (रोल नंबर 35360502271) को तो पास होने के बावजूद एक नंबर से फेल कर दिया गया।
परिणाम में आशुतोष को 66 नंबर मिले थे जबकि एक प्रश्न सही होने के बावजूद उसे नंबर नहीं दिया गया। यदि एक नंबर मिल जाते तो 67 अंक पाकर वह पास हो जाता। अभिषेक वर्मा (रोल नंबर 28280502751) को 67 नंबर मिले थे लेकिन सात नंबर जोड़ ही नहीं गये और परिणाम में उसे 60 नंबर दे दिया गया। श्वेता सिंह (रोल नंबर 2421207422) को 64 नंबर देकर फेल कर दिया जबकि तीन नहीं जोड़े ही नहीं गए। तीन नंबर जुड़ जाते तो वह पास थी।
कटिंग और ओवरराइटिंग पर दिया नंबर
शिक्षक भर्ती परीक्षा में कटिंग और ओवरराइटिंग पर भी नंबर दे दिया गया। परीक्षा के मार्गदर्शी सिद्धांत में स्पष्ट लिखा था कि कटिंग और ओवरराइटिंग पर नंबर नहीं दिया जाएगा। अभ्यर्थियों का दावा है कि गोपाल यादव और नीलम कुमारी नाम के दो अभ्यर्थियों को गलत तरीके से नंबर दिए गए।
सोमवार को जांच कमेटी के समक्ष प्रस्तुत करेंगे साक्ष्य-फोटो है
हाईकोर्ट के आदेश पर परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय से स्कैन्ड कॉपी निकलवाने वाले अभ्यर्थियों का कहना है कि सभी साक्ष्य जांच कमेटी के समक्ष सोमवार को प्रस्तुत करेंगे। अभ्यर्थी अनूप सिंह ने कहा कि 119 अभ्यर्थियों के साथ 39 लोगों के जो साक्ष्य मिले है उसे जांच टीम को देकर संशोधन की मांग करेंगे। कटिंग, ओवरराइटिंग, अधूरा आंसर, मात्रात्मक त्रुटि पर किसी को नंबर मिले हैं किसी को नहीं। विशाल प्रताप, अंकित वर्मा, अनिरुद्ध शुक्ल, अजमल, नन्दराज, आशीष त्रिपाठी का कहना है कि कुछ लड़कों के सही उत्तर होने के बावजूद नंबर नहीं मिला है। कुछ अभ्यर्थियों के नंबर सही है लेकिन उसे काट दिया गया। कुछ अभ्यर्थियों के उत्तर सही होने पर उसे चेक किया गया लेकिन नंबर नहीं दिया।

विवाद में फंसा सफल अभ्यर्थियों का प्रमाण पत्र
68500 शिक्षक भर्ती के लिए आयोजित लिखित परीक्षा में विवाद होने के कारण सफल अभ्यर्थियों का प्रमाणपत्र फंस गया है। शासनादेश के मुताबिक परिणाम घोषित होने के एक महीने के अंदर जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों (डायट) को प्रमाणपत्र उपलब्ध कराने थे। वहां से सफल अभ्यर्थियों को प्रमाणपत्र दिए जाते। लेकिन 13 अगस्त को परिणाम घोषित होने के एक महीने बाद सर्टिफिकेट का अता-पता नहीं है। जिस हिसाब से लिखित परीक्षा की जांच चल रही है अगले एक महीने में प्रमाणपत्र मिलना मुश्किल है।

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