डीआइओएस पर महिला विद्यालयों में नियुक्तियों में धांधली का आरोप

इलाहाबाद : जिला विद्यालय निरीक्षक आरएन विश्वकर्मा पर महिला विद्यालयों में नियुक्ति में अनियमितता का आरोप लगा है। मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक माया निरंजन द्वारा जारी पत्र में उन पर कनिष्ठ लिपिक अनुज त्रिपाठी के साथ मिलकर महिला विद्यालयों की नियुक्तियों में रिश्वत और अनियमितता का आरोप है।
1पत्र में कहा गया है कि राधारमण उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में पांच शिक्षिकाओं की नियुक्तियों के एवज में लाखों रुपये वसूले गए हैं, जबकि अनुज त्रिपाठी पर राजकीय इंटर कालेज में पत्रवली गायब करने की एफआईआर दर्ज कराई, जिसका मुकदमा न्यायालय में विचाराधीन है। वर्ष 2017 में जिला विद्यालय निरीक्षक द्वितीय मो. रफीक के सेवानिवृत्ति होने पर जिला विद्यालय निरीक्षक का प्रभार कोमल यादव को दिया गया। डीआइओएस-2 का प्रभार आरएन विश्वकर्मा के पास पुन: आने पर कार्यालय लिपिक न होने के बावजूद महत्वपूर्ण कार्य आवंटित किए गए। वर्ष 2015 में हमीदिया गल्र्स इंटर कालेज में प्राइमरी स्कूल में प्रबंधतंत्र से मिलीभगत से 10 पदों पर नियुक्तियां कराई गई। इसकी जांच उप शिक्षा निदेशक माध्यमिक से कराने के बाद नियुक्तियां अवैध पायी गईं। सेंट अंथोनी इंटर कालेज में प्रबंधतंत्र की मिली भगत से आयु सीमा को ताख पर रखकर सहायक लिपिक की नियुक्ति की गई। आर्यकन्या इंटर कालेज में प्रबंध तंत्र से मिलकर 13 शिक्षिकाओं की अनियमित नियुक्ति हुई। रमा देवी बालिका इंटर कालेज में प्रबंध समिति के साथ मिलकर 10 अध्यापिकाओं की अनियमित रूप से नियुक्ति कराई गई। हंिदूू महिला इंटर कालेज के प्राइमरी अनुभाग में पांच अध्यापिकाओं की नियुक्तियां, हमीदिया गल्र्स इंटर कालेज में प्रबंध समिति से मिली भगत करके तीन चार सहायक अध्यापिकाओं की अनियमित नियुक्तियां, द्वारिका प्रसाद इंटर कालेज में प्राइमरी अनुभाग में तीन अध्यापिकाओं की नियुक्ति पर मंडलीय समिति के सदस्य मंडलीय उप शिक्षा निदेशक के हस्ताक्षर नहीं हैं। 17 बिंदुओं के आरोपपत्र में यह भी कहा गया है कि जिला विद्यालय निरीक्षक द्वितीय कार्यालय में लिपिक और परिचारकों के माध्यम से अवैध धन उगाही की गई। गत वर्ष जनपद की हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट की परीक्षा में लिपिकों के माध्यम से लाखों रुपए वसूले गए। सभी आरोपों पर सप्ताह भर के भीतर जवाब देने को कहा गया है।