राजस्व निरीक्षक परीक्षा के परिणाम से संतुष्ट नहीं अभ्यर्थी
सिर्फ रोल नंबर के आधार पर परिणाम घोषित करने के फैसले से भी असंतोष
आयोग के खिलाफ फिर बड़े आंदोलन की तैयारी
राज्य ब्यूरो, इलाहाबाद : सिर्फ रोल नंबर के आधार पर रिजल्ट घोषित करने का फैसला और राजस्व निरीक्षक परीक्षा की आंसर की न जारी करने को लेकर अभ्यर्थी फिर उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के खिलाफ बड़े आंदोलन की तैयारी में हैं। इसके लिए डेलीगेसी और छात्रवासों में संपर्क शुरू कर दिया गया है। प्रतियोगी छात्र प्रदेश के अन्य जनपदों में भी आयोग के इस फैसले के खिलाफ छात्रों को लामबंद करने में जुट गए हैं।
प्रतियोगियों में सबसे अधिक आक्रोश चयनित अभ्यर्थियों का नाम छिपाने को लेकर है। आयोग के अध्यक्ष अनिल यादव के कार्यकाल में कुछ खास जिलों के अभ्यर्थियों को वरीयता देने के आरोप पहले भी लगते रहे हैं। त्रिस्तरीय आरक्षण देने के फैसले को आयोग की ऐसी ही कोशिश माना गया था। इसको लेकर प्रतियोगी सीधे तौर पर दो भागों में बंट गए थे। हालांकि बाद में सरकार के दबाव में आयोग ने यह फैसला वापस ले लिया था।
प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के मीडिया प्रभारी अवनीश पांडेय आरोप लगाते हैं कि आयोग ओवरलैपिंग के जरिए अपने लोगों को सामान्य वर्ग की सूची में दाखिल कराता रहा है। यही वजह कि सामान्य वर्ग में आरक्षित अभ्यर्थियों के चयनित लोगों की संख्या बढ़ रही है। ओवरलैपिंग से आशय उन अभ्यर्थियों से है जो कटआफ से अधिक अंक हासिल कर सामान्य वर्ग की सूची में शामिल होते रहे हैं। उससे आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों की संख्या बढ़ जाती है।
हाल ही में आए राजस्व निरीक्षक परीक्षा के परिणाम ने प्रतियोगियों को और भी आक्रोशित किया है। प्रक्रिया के अनुसार परिणाम घोषित करने से पहले आयोग को आंसर की जारी करना चाहिए था। इसके बाद अभ्यर्थियों से आपत्तियां ली जातीं और विशेषज्ञों के सामने रखकर संशोधित आंसर की जारी करनी चाहिए, लेकिन आयोग ने इसका उल्लंघन किया। भ्रष्टाचार मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष कौशल सिंह कहते हैं कि आयोग और परीक्षार्थियों के बीच कोई व्यक्तिगत संविदा नहीं है।
आयोग के लिए निर्धारित प्रक्रिया का पालन करना जरूरी है। मोर्चा ने इसके खिलाफ उच्च न्यायालय जाने की तैयारी तो की ही है, साथ ही डेलीगेसी और छात्रवासों में आंदोलन के लिए सम्पर्क करना भी शुरू कर दिया है। इस बार आंदोलन को प्रदेशव्यापी बनाने की योजना है।
सरकारी नौकरी - Government of India Jobs Originally published for http://e-sarkarinaukriblog.blogspot.com/ Submit & verify Email for Latest Free Jobs Alerts Subscribe
सिर्फ रोल नंबर के आधार पर परिणाम घोषित करने के फैसले से भी असंतोष
आयोग के खिलाफ फिर बड़े आंदोलन की तैयारी
राज्य ब्यूरो, इलाहाबाद : सिर्फ रोल नंबर के आधार पर रिजल्ट घोषित करने का फैसला और राजस्व निरीक्षक परीक्षा की आंसर की न जारी करने को लेकर अभ्यर्थी फिर उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के खिलाफ बड़े आंदोलन की तैयारी में हैं। इसके लिए डेलीगेसी और छात्रवासों में संपर्क शुरू कर दिया गया है। प्रतियोगी छात्र प्रदेश के अन्य जनपदों में भी आयोग के इस फैसले के खिलाफ छात्रों को लामबंद करने में जुट गए हैं।
प्रतियोगियों में सबसे अधिक आक्रोश चयनित अभ्यर्थियों का नाम छिपाने को लेकर है। आयोग के अध्यक्ष अनिल यादव के कार्यकाल में कुछ खास जिलों के अभ्यर्थियों को वरीयता देने के आरोप पहले भी लगते रहे हैं। त्रिस्तरीय आरक्षण देने के फैसले को आयोग की ऐसी ही कोशिश माना गया था। इसको लेकर प्रतियोगी सीधे तौर पर दो भागों में बंट गए थे। हालांकि बाद में सरकार के दबाव में आयोग ने यह फैसला वापस ले लिया था।
प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के मीडिया प्रभारी अवनीश पांडेय आरोप लगाते हैं कि आयोग ओवरलैपिंग के जरिए अपने लोगों को सामान्य वर्ग की सूची में दाखिल कराता रहा है। यही वजह कि सामान्य वर्ग में आरक्षित अभ्यर्थियों के चयनित लोगों की संख्या बढ़ रही है। ओवरलैपिंग से आशय उन अभ्यर्थियों से है जो कटआफ से अधिक अंक हासिल कर सामान्य वर्ग की सूची में शामिल होते रहे हैं। उससे आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों की संख्या बढ़ जाती है।
हाल ही में आए राजस्व निरीक्षक परीक्षा के परिणाम ने प्रतियोगियों को और भी आक्रोशित किया है। प्रक्रिया के अनुसार परिणाम घोषित करने से पहले आयोग को आंसर की जारी करना चाहिए था। इसके बाद अभ्यर्थियों से आपत्तियां ली जातीं और विशेषज्ञों के सामने रखकर संशोधित आंसर की जारी करनी चाहिए, लेकिन आयोग ने इसका उल्लंघन किया। भ्रष्टाचार मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष कौशल सिंह कहते हैं कि आयोग और परीक्षार्थियों के बीच कोई व्यक्तिगत संविदा नहीं है।
आयोग के लिए निर्धारित प्रक्रिया का पालन करना जरूरी है। मोर्चा ने इसके खिलाफ उच्च न्यायालय जाने की तैयारी तो की ही है, साथ ही डेलीगेसी और छात्रवासों में आंदोलन के लिए सम्पर्क करना भी शुरू कर दिया है। इस बार आंदोलन को प्रदेशव्यापी बनाने की योजना है।
सरकारी नौकरी - Government of India Jobs Originally published for http://e-sarkarinaukriblog.blogspot.com/ Submit & verify Email for Latest Free Jobs Alerts Subscribe