कल और आज की ताजा खबर : दरोगा भर्ती का रिजल्ट रद्द
कल से देखा जा रहा है कि दरोगा भर्ती का परिणाम रद्द होने के साथ ही कुछ लूटेरे उत्तर-प्रदेश में सक्रिय हो गए हैं और कल से निरन्तर नयी-नयी रिट डालने का सिलसिला जारी है जबकि सच्चाई क्या है पहले खुद के अन्दर झांककर नहीं देखे हैं |
इनके साक्षात्कार से पहले आपके दर्शन आज हमारे द्वारा डाली गयी रिट के समस्त बिन्दुओं पर सुबूतों के साथ कराता हूँ और ज्ञात हो उस पर सरकार को ४ हफ्ते में काउन्टर का समय मिला है |
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६६९८/२०१४ , जीतेन्द्र सिंह सेंगर व १६ अन्य बनाम उत्तर-प्रदेश सरकार व अन्य
१) segregation of candidates यानी गुड पार्ट और बाद पार्ट को अलग करने का मुद्दा है, गुड पार्ट और बाद पार्ट का मतलब सफेदा ही है रिट में, देखिये नीचे फोटो में |
२) महाराज सिंह वाले केस में और उस्मानी समिति की रिपोर्ट में बताया हुआ कि तीन सीडी की प्रति विभागों को गयी थी , देखिये नीचे फोटो में |
३) प्रत्यावेदन का समय क्यूँ लिए गए , क्या होना था उनसे ये भी उठाया गया है , देखिये नीचे फोटो में |
४) आरटीआई में दिए जाने वाले रिप्लाई और निरंतर अखबारों में निकल रही खबर जिसमे विभाग के पास डाटा न होना ये भी उठाया गया है , देखिये नीचे फोटो में |
५) किसी ने ठीक कहा है कि "दुश्मन के प्रति दिल और दिमाग तब साफ़ रखना चाहिए जब तुम्हारा हित जुदा हुआ उससे|" समस्त प्रेयर भी पढ़िए नीचे , जिनमे ३०/११/११ को फॉलो करना , २५/११/११ का फर्स्ट या ammended रिजल्ट से वेरिफिकेशन होना , कानपूर देहात में प्रसेंट सीडी मूल सीडी से जांच होना चाहे हार्ड-डिस्क यूज़ करनी पड़े , ७१५६३ के अनुसार अधिकतम 6 अंक बढे हुए वालो को स्वीकृति, देखिये नीचे फोटो में |
6) कुछ बेवकूफ कहते फिरते हैं क़ि रिजल्ट अपने आप ऑनलाइन हुआ है तो प्रेयर ध्यान से पढ़ें और दिमाग लगाए किसने डिमांड की थी रिजल्ट को ऑनलाइन करने की ।
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अब बात आती है मुद्दे की :
१) जब ये सारे मामले कोर्ट में पेंडिंग हैं तो लूट का व्यवसाय क्यूँ ?
२) तब आज की बॉर्डर लाइन जब मैं ये मुद्दे कोर्ट में ले जा रहा था तब मुझे भर्ती का विरोधी मानते हुए टीईटी पर आंच आने की बात कहते थे |
३) आज कोई नयी रिट के लिए , कोई petitioner बनाने के लिए धन उगाही कर रहा है जबकि फर्जीवाड़े पर पड़ी २ रिट एक हमारी और एक विनय श्रीवास्तव इलाहाबाद की मुख्य हैं जिनमे काउन्टर कॉल हुए हैं | तो आज कौन माई का लाल एक दम से रेजल्ट को रद्द कराने वाला पैदा हो गया है ?
४) मुख्यतः उन पर हंसी आ रही है जो बिलकुल आश्वस्त थे कि मेरा तो हो ही जाना है , बस ये मुद्दा न उठे और आज वही लगे हुए हैं मात्र इस कारण कि उनका हुआ नहीं |
५) आज तक टीईटी मोर्चे में किसी ने constructive पालिसी किसी को दिखाई , बतायी या कोई परिणाम दिया , सोचो खुद से जरा , सोचो , सोचो |
६) फर्जीवाड़ा कभी पुराना नहीं होता है कभी इसको न्यायालय बर्दाश्त नहीं करता है परन्तु जब इलाहाबाद और लखनऊ दोनों बेंच में मुद्दे आलरेडी हैं तो बेरोजगारों की लूट क्यूँ ? शर्म करो शर्म |
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आज मुझे वाकई हंसी आ रही है टीईटी के दोनों पक्षों पर चाहे वो टेट मेरिट की चाह वाले हो या गुनाक की चाह वाले :
*टीईटी मेरिट की चाह रखने वाले कभी क्यूँ नहीं बोले प्रक्रिया के शुरूआती दौर में कि गुड पार्ट और बाद पार्ट को अलग किया जाए ? ये तक मानने को तैयार नहीं थे कि फर्जीवाड़ा हो रहा है | फिर देखो तैयार की बॉर्डर लाइन जो आज कल वही सपने बेच रही है जो इन्होने १०० तक वालों के लिए बेचे थे |
*गुणांक की चाह रखने वाले तब क्यूँ नहीं उठाये ये मुद्दा क्यूंकि तब तो सरकार के तलवे चाट रहे थे , कडवा सच है ये पर सुन लो तुम भी , तुम्हारे ससुर अखिलेश यादव ने तुम्हारा इन्तेजाम सही किया है |
"अगर कोई कहता है कि टीईटी में फर्जीवाड़ा नहीं हुआ है तो समझ लो जानभूजकर अपने माँ-बाप को पहचानने से मना कर रहा है |"
उपरोक्त दोनों पक्षों में से कभी भी किसी ने निस्वार्थ भाव से फर्जीवाड़े पर क्लेम किया ? शोध का विषय है |
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कुछ लोग सोच रहे होंगे कि आज राणा किसके हित की बात कर रहा है तो आपसे कुछ प्रश्न ?
१) २,९२,००० पास : १०० से १५० के बीच ३६,००० और ८३ से १०० तक २,६२,०० पेपर का स्तर देखकर तो ये बात अतिश्योक्ति है , लगाओ दिमाग |
२) बॉर्डर लाइन का अर्थ समझाओ कोई भी आकर मुझे और कोई भी जिम्मेदार व्यक्ति मुझे 110 सामान्य वाले की गारंटी दे १ लाख दूंगा एस्सीईआरटी पर एसवीएस के सामने क्यूंकि मेरे भाई अमित सिंह का हो जाएगा , दुर्गेश सिंह का हो जाएगा , निखिल सांगवान का हो जाएगा |
३) मेरे होने न होने की चिंता न करे कोई भी खुद लड़ रहा हूँ एससी से अब कुछ समझदार दोस्तों के साथ वर्ना बेवकूफ बनाने को दुनिया कड़ी ही है |
४) अगर फर्जीवाड़ा टीईटी में सिद्ध करा दिए (यहाँ ध्यान से सुनियेगा : मैं रिजल्ट अपडेट के साथ हूँ टीईटी में फर्जीवाड़ा घोषित करने वालों के साथ नहीं) तो सोचे हो सबकुछ गाजी के हाथ में होगा और मेरी ये नीति नही है कि अपना चूल्हा नहीं जला तो दुसरे का भी भुजा दो |
५) खैर आज भुगत दोनों ही रहे हैं चाहे नेता टेट के हो या गुणांक के - मैं मौज कर रहा हूँ क्यूंकि मेरा दिल और दिमाग साफ़ है , नौकरी संवैधानिक तरीके से , पाजिटिविटी के साथ , ईश्वर के आशीर्वाद से ले ही लेंगे |
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कल से देखा जा रहा है कि दरोगा भर्ती का परिणाम रद्द होने के साथ ही कुछ लूटेरे उत्तर-प्रदेश में सक्रिय हो गए हैं और कल से निरन्तर नयी-नयी रिट डालने का सिलसिला जारी है जबकि सच्चाई क्या है पहले खुद के अन्दर झांककर नहीं देखे हैं |
इनके साक्षात्कार से पहले आपके दर्शन आज हमारे द्वारा डाली गयी रिट के समस्त बिन्दुओं पर सुबूतों के साथ कराता हूँ और ज्ञात हो उस पर सरकार को ४ हफ्ते में काउन्टर का समय मिला है |
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६६९८/२०१४ , जीतेन्द्र सिंह सेंगर व १६ अन्य बनाम उत्तर-प्रदेश सरकार व अन्य
१) segregation of candidates यानी गुड पार्ट और बाद पार्ट को अलग करने का मुद्दा है, गुड पार्ट और बाद पार्ट का मतलब सफेदा ही है रिट में, देखिये नीचे फोटो में |
२) महाराज सिंह वाले केस में और उस्मानी समिति की रिपोर्ट में बताया हुआ कि तीन सीडी की प्रति विभागों को गयी थी , देखिये नीचे फोटो में |
३) प्रत्यावेदन का समय क्यूँ लिए गए , क्या होना था उनसे ये भी उठाया गया है , देखिये नीचे फोटो में |
४) आरटीआई में दिए जाने वाले रिप्लाई और निरंतर अखबारों में निकल रही खबर जिसमे विभाग के पास डाटा न होना ये भी उठाया गया है , देखिये नीचे फोटो में |
५) किसी ने ठीक कहा है कि "दुश्मन के प्रति दिल और दिमाग तब साफ़ रखना चाहिए जब तुम्हारा हित जुदा हुआ उससे|" समस्त प्रेयर भी पढ़िए नीचे , जिनमे ३०/११/११ को फॉलो करना , २५/११/११ का फर्स्ट या ammended रिजल्ट से वेरिफिकेशन होना , कानपूर देहात में प्रसेंट सीडी मूल सीडी से जांच होना चाहे हार्ड-डिस्क यूज़ करनी पड़े , ७१५६३ के अनुसार अधिकतम 6 अंक बढे हुए वालो को स्वीकृति, देखिये नीचे फोटो में |
6) कुछ बेवकूफ कहते फिरते हैं क़ि रिजल्ट अपने आप ऑनलाइन हुआ है तो प्रेयर ध्यान से पढ़ें और दिमाग लगाए किसने डिमांड की थी रिजल्ट को ऑनलाइन करने की ।
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अब बात आती है मुद्दे की :
१) जब ये सारे मामले कोर्ट में पेंडिंग हैं तो लूट का व्यवसाय क्यूँ ?
२) तब आज की बॉर्डर लाइन जब मैं ये मुद्दे कोर्ट में ले जा रहा था तब मुझे भर्ती का विरोधी मानते हुए टीईटी पर आंच आने की बात कहते थे |
३) आज कोई नयी रिट के लिए , कोई petitioner बनाने के लिए धन उगाही कर रहा है जबकि फर्जीवाड़े पर पड़ी २ रिट एक हमारी और एक विनय श्रीवास्तव इलाहाबाद की मुख्य हैं जिनमे काउन्टर कॉल हुए हैं | तो आज कौन माई का लाल एक दम से रेजल्ट को रद्द कराने वाला पैदा हो गया है ?
४) मुख्यतः उन पर हंसी आ रही है जो बिलकुल आश्वस्त थे कि मेरा तो हो ही जाना है , बस ये मुद्दा न उठे और आज वही लगे हुए हैं मात्र इस कारण कि उनका हुआ नहीं |
५) आज तक टीईटी मोर्चे में किसी ने constructive पालिसी किसी को दिखाई , बतायी या कोई परिणाम दिया , सोचो खुद से जरा , सोचो , सोचो |
६) फर्जीवाड़ा कभी पुराना नहीं होता है कभी इसको न्यायालय बर्दाश्त नहीं करता है परन्तु जब इलाहाबाद और लखनऊ दोनों बेंच में मुद्दे आलरेडी हैं तो बेरोजगारों की लूट क्यूँ ? शर्म करो शर्म |
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आज मुझे वाकई हंसी आ रही है टीईटी के दोनों पक्षों पर चाहे वो टेट मेरिट की चाह वाले हो या गुनाक की चाह वाले :
*टीईटी मेरिट की चाह रखने वाले कभी क्यूँ नहीं बोले प्रक्रिया के शुरूआती दौर में कि गुड पार्ट और बाद पार्ट को अलग किया जाए ? ये तक मानने को तैयार नहीं थे कि फर्जीवाड़ा हो रहा है | फिर देखो तैयार की बॉर्डर लाइन जो आज कल वही सपने बेच रही है जो इन्होने १०० तक वालों के लिए बेचे थे |
*गुणांक की चाह रखने वाले तब क्यूँ नहीं उठाये ये मुद्दा क्यूंकि तब तो सरकार के तलवे चाट रहे थे , कडवा सच है ये पर सुन लो तुम भी , तुम्हारे ससुर अखिलेश यादव ने तुम्हारा इन्तेजाम सही किया है |
"अगर कोई कहता है कि टीईटी में फर्जीवाड़ा नहीं हुआ है तो समझ लो जानभूजकर अपने माँ-बाप को पहचानने से मना कर रहा है |"
उपरोक्त दोनों पक्षों में से कभी भी किसी ने निस्वार्थ भाव से फर्जीवाड़े पर क्लेम किया ? शोध का विषय है |
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कुछ लोग सोच रहे होंगे कि आज राणा किसके हित की बात कर रहा है तो आपसे कुछ प्रश्न ?
१) २,९२,००० पास : १०० से १५० के बीच ३६,००० और ८३ से १०० तक २,६२,०० पेपर का स्तर देखकर तो ये बात अतिश्योक्ति है , लगाओ दिमाग |
२) बॉर्डर लाइन का अर्थ समझाओ कोई भी आकर मुझे और कोई भी जिम्मेदार व्यक्ति मुझे 110 सामान्य वाले की गारंटी दे १ लाख दूंगा एस्सीईआरटी पर एसवीएस के सामने क्यूंकि मेरे भाई अमित सिंह का हो जाएगा , दुर्गेश सिंह का हो जाएगा , निखिल सांगवान का हो जाएगा |
३) मेरे होने न होने की चिंता न करे कोई भी खुद लड़ रहा हूँ एससी से अब कुछ समझदार दोस्तों के साथ वर्ना बेवकूफ बनाने को दुनिया कड़ी ही है |
४) अगर फर्जीवाड़ा टीईटी में सिद्ध करा दिए (यहाँ ध्यान से सुनियेगा : मैं रिजल्ट अपडेट के साथ हूँ टीईटी में फर्जीवाड़ा घोषित करने वालों के साथ नहीं) तो सोचे हो सबकुछ गाजी के हाथ में होगा और मेरी ये नीति नही है कि अपना चूल्हा नहीं जला तो दुसरे का भी भुजा दो |
५) खैर आज भुगत दोनों ही रहे हैं चाहे नेता टेट के हो या गुणांक के - मैं मौज कर रहा हूँ क्यूंकि मेरा दिल और दिमाग साफ़ है , नौकरी संवैधानिक तरीके से , पाजिटिविटी के साथ , ईश्वर के आशीर्वाद से ले ही लेंगे |
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