जांज में फर्जी पाए गए 18 शिक्षकों के प्रमाण-पत्र : 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती Latest News

राजेंद्र शर्मा, मेरठ : मंडल के राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में 18 पुरुष अभ्यर्थी विवि व इंटरमीडिएट के फर्जी प्रमाण-पत्रों के आधार पर शिक्षक बन गए। संबंधित विश्वविद्यालय एवं बोर्ड से प्रमाण-पत्रों की जांच में इस बात खुलासा हुआ है।

मामले में संयुक्त शिक्षा निदेशक डा. महेंद्र देव ने इन सभी अभ्यर्थियों के विरुद्ध थाना लालकुर्ती में मुकदमा दर्ज कराने के लिए तहरीर दी है।
वर्ष-2014 में मेरठ मंडल के राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में प्रशिक्षित स्नातक वेतनक्रम में शिक्षकों के खाली पदों पर नियुक्तियां की गई थीं। इन नियुक्तियों के लिए प्रदेश के सभी मंडलों के अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। आवेदन के बाद अंकों के आधार पर 18 अभ्यर्थियों का नाम मेरिट लिस्ट में आ गया। उसी आधार पर उनकी काउंसिलिंग भी हो गई। जब इन अभ्यर्थियों के इंटर व स्नातक के शैक्षिक प्रमाणपत्र जांच के लिए संबंधित विवि व बोर्ड को भेजे तो वह फर्जी निकले हैं। इन 18 अभ्यर्थियों में से सात ऐसे हैं, जिनके इंटरमीडिएट और स्नातक दोनों के ही प्रमाणपत्र फर्जी हैं। इन अभ्यर्थियों ने स्नातक की डिग्री मानव भारती विवि लाडो सुल्तानपुर (कुमार हट्टी) सोलन हिमाचल प्रदेश की दर्शायी थी। जबकि इंटर नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग नोएडा से करना दर्शाया था।
10 अभ्यर्थियों की स्नातक डिग्री फर्जी
शैक्षिक प्रमाणपत्रों की जांच में 10 अभ्यर्थियों के स्नातक के प्रमाणपत्र फर्जी निकले हैं। इन सभी ने स्नातक की फर्जी डिग्री मानव भारती विवि लाडो सुल्तानपुर (कुमार हट्टी) सोलन हिमाचल प्रदेश से करना दर्शाया था। इन अभ्यर्थियों में उमेश पुत्र विजेंद्र सिंह ग्राम भोजीपुर पोस्ट मतरोई इगलास अलीगढ़, सुभाष चंद्र पुत्र भगवान सिंह निवासी ग्राम जावरा, मॉट मथुरा, जयवीर सिंह पुत्र गोपाल सिंह चम्पा कालोनी सासनी रोड इगलास अलीगढ़, योगेश कुमार पुत्र नत्था राम ग्राम मौजीपुर मतरौई अलीगढ़, भूपेंद्र सिंह पुत्र महताब सिंह, प्रेमपुर आनंदीपुर विलहैना फिरोजाबाद व सुभाष बाबू पुत्र राधेश्याम शामिल है। इन साथ अभ्यर्थियों के इंटरमीडिएट के प्रमाणपत्र भी फर्जी निकले हैं। इसके अलावा हरेंद्र पुत्र छिद्दा सिंह ग्राम बनगढ़, सादाबाद हाथरस, प्रेम प्रताप सिंह पुत्र चन्द्रभान सिंह ग्राम औध तहसील बहा आगरा व अशोक कुमार पुत्र शेषनाथ ग्राम गणपतपुर जिला आजमगढ़ की स्नातक डिग्री जांच में फर्जी मिली है।
इसके अलावा रोहन सिंह पुत्र डालचंद निवासी ग्राम मोहम्मदपुर श्यामपुर गोवरा जनपद एटा का इंटरमीडिएट का इंटरमीडिएट का प्रमाणपत्र फर्जी पाया गया है। रोहन समेत कुल आठ अभ्यर्थियों ने इंटरमीडिएट की परीक्षा नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूल ए-24-25 इंडस्ट्रीयल एरिया एनएच-24 सेक्टर 62 नोएडा से लेना दर्शाया था।
जेडी ने थाने में दी तहरीर

जांच में पुष्टि होने पर संयुक्त शिक्षा निदेशक डा. महेंद्र देव ने सभी अभ्यर्थियों के खिलाफ थाना लालकुर्ती में मुकदमा दर्ज कराने के लिए तहरीर दी है। साथ ही शिक्षा निदेशक माध्यमिक, अपर शिक्षा निदेशक माध्यमिक, डीएम व एसएसपी को भी रिपोर्ट भेज दी है। इससे पूर्व कई अभ्यर्थियों की बीएड की डिग्री भी फर्जी निकल चुकी है।
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