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वाट्स एप से नकल कराने वाले गिरोह का भंडाफोड़

मेरठ। वरिष्ठ संवाददाता,यूपी पुलिस की कंप्यूटर ऑपरेटर की ऑनलाइन परीक्षा में नकल कराने वाले बड़े गिरोह का भंड़ाफोड़ हुआ है। पुलिस ने गुरुवार को पेपर में नकल करा रहे दो युवकों और दो युवितयों को गिरफ्तार किया है। ये लोग व्हाट्सएप के जरिए सवालों का जवाब लिखकर भेज रहे थे ।

चारों को गंगानगर थाने में रखा गया है। गिरोह के कई बड़े गुर्गे फरार हैं। पुलिस की कई टीमें उनकी गिरफ्तारी को दबिश दे रहीं हैं।
एसपी सिटी ने बताया कि पूरे गिरोह का जल्द खुलासा कर दिया जाएगा। कई इंस्टीटयूटों की संलिप्तता की बात भी सामने आ रही है।
यूपी पुलिस में कंप्यूटर कॉपरेटर की भर्ती के लिए गुरुवार को पहली बार ऑनलाइन परीक्षा का आयोजन किया गया।
मेरठ में परीक्षा के लिए छह सेंटर बनाए गए थे। इनमें आईआईएमटी, जेपी इंस्टीट्यूट, ट्रांसलेम, एबीबीएस और दो सेंटर एफआईटी में बनाए गए। परीक्षा सुबह 10 से 12 बजे तक और शाम को तीन से पांच बजे तक दो पालियों में हुई।
मेरठ में 25 सौ अभ्यर्थी ने ऑनलाइन परीक्षा दी। परीक्षा को लेकर पुलिस और प्रशासनिक अफसर सुबह से ही जुटे हुए थे। सुबह की पाली के दौरान पुलिस को सूचना मिली कि मवाना रोड पर ट्रांसलेम के पास कुछ युवक-युवतियां लैपटॉप और मोबाइल के जरिए नकल करा रहे हैं।
इस पर पुलिस टीमों ने दबिश दी तो कई युवक फरार हो गए। पुलिस ने दो युवक और दो युवतियों को हिरासत में लिया। इन्हें गंगानगर थाने लाया गया।
पहले तो दोनों लड़कियां सेंटर पर अपने भाइयों का पेपर होने की बात कहती रहीं, लेकिन कई घंटे चली अलग-अलग पूछताछ में पूरा मामला संदेह के घेरे में आ गया। पकड़े गए युवक-युवतियों में सरधना के छुर गांव के अनुज, अर्पित, कंकरखेड़ा के सैनिक विहार की पूजा और शास्त्रीनगर की प्रियंका हैं।
इनके पास से एक लैपटॉप और कई मोबाइल बरामद हुए हैं। सीओ सिविल लाइन बीएस वीर कुमार भी थाने पहुंचे।
एसपी सिटी ओमप्रकाश ने बताया कि कई घंटे चली पूछताछ में सामने आया है कि दोनों युवतियां पढ़ी लिखी हैं। ये दोनों साल्वर का काम कर रही थीं। भीतर से पेपर की डिटेल बाहर भेजे जाने के बाद ये लोग सवालों के जवाब मोबाइल पर व्हाट्सएप के जरिए भेज रहे थे।
इंस्टीटयूट में भीतर भी फर्जी अभ्यर्थी बैठा हुआ था। वह मोबाइल से पूरी जानकारी बाहर भेज रहा था। एसपी सिटी ने बताया कि मुख्य आरोपी बागपत का विक्रांत राणा बताया जा रहा है। उसकी तलाश में टीमें दबिश दे रही हैं। गंगानगर थाने में मुकदमा दर्ज
कराया जा रहा है।
चंद पैसों के लालच में होनहार बन गईं चीटर
जिन दोनों युवतियों पूजा और प्रियंका को पुलिस ने पकड़ा है, वह दोनों ही पढ़ाई में बेहद होशियार बताई गईं हैं। दोनों काफी दिनों से नौकरी की तैयारी में जुटी थीं लेकिन कहीं चयन नहीं हो पा रहा था।
ऐसे में दोनों बागपत के विक्रांत राणा के संपर्क में आ गईं। दोनों ने कुबूल किया है कि इससे पहले भी वे विक्रांत राणा के कहने पर पेपर सॉल्व कर चुकी हैं। इनके साथ पकड़े गए दोनों युवक अनुज और अर्पित भी छात्र हैं।
पूजा और प्रियंका दोनों होनहार हैं। एक ने एमसीए किया है और दूसरी लॉ कर रही है। एक तो पीसीएस का एग्जाम दे चुकी है, लेकिन सलेक्शन नहीं होने से वह हताश थी। ऐसे में कॉलेज के लड़कों के कहने पर वो सॉल्वर बन गई।
गंगानगर थाने में फफकते हुए दोनों युवितयों ने बताया कि चंद पैसों के लालच में उनकी जिंदगी बर्बाद हो गई। उन्हें नहीं पता था कि इस तरह से कभी थाने तक पहुंच जाएंगी। दोनों ने रोते हुए बताया कि उनसे कहा गया था कि कुछ नहीं होगा। वे बस बाहर से पेपर सॉल्व कर सवालों के जवाब देती रहें। पूजा के पिता सेना से रिटायर हैं।
बेटी ये क्या कर दिया
पूजा और प्रियंका के परिजन रात में गंगानगर थाने पहुंच गए। बेटियों को पुलिस हिरासत में देख उनकी आंखें भर आईं। बस इतना ही बोले कि ये क्या कर दिया। तुमने तो अपनी जिंदगी ही खत्म कर ली। किसी को मुंह दिखाने लायक नहीं छोड़ा।
विक्रांत का पूरा नेटवर्क, इंस्टीटयूट वाले भी मिले
गैंग को चलाने वाले विक्रांत राणा का बड़ा नेटवर्क है। पुलिस के मुताबिक वह कई दूसरी परीक्षाओं में नकल करा चुका है। उसके साथ मेरठ से बहुत से युवक और इंस्टीटयूट वाले भी मिले हुए हैं।
पुलिस इनके बारे में पड़ताल कर रही है। विक्रांत राणा के कई दूसरे साथियों को भी गंगानगर पुलिस ने हिरासत में लिया है।
पुलिस की जांच में सामने आया है कि इस रैकेट में कई इंस्टीटयूट वाले भी मिले हुए हैं। यहां तक कि जो युवक भीतर बैठकर पेपर कर रहा था, वह पुलिस की दबिश के दौरान भीतर से कैसे भाग गया। इसको लेकर एक इंस्टीटयूट की भूमिका पर भी सवाल खड़े हो गए हैं। इस बात की जांच की जा रही है कि कौन-कौन लोग इसमें शामिल रहे।
👉शासन को दी जा रही जानकारी
परीक्षा की नोडल अफसर एसपी ट्रैफिक किरन यादव ने भी गंगानगर थाने पहुंचकर आरोपियों से पूछताछ की। उन्होंने बताया कि परीक्षा पूरे यूपी में थी तो इसको लेकर शासन को पूरी जानकारी दी जा रही है। रात को एसपी क्राइम अजय सहदेव ने भी गंगानगर थाने पहुंचकर आरोपियों से पूछताछ की।
👉निरस्त हो सकती है परीक्षा
जिस तरह से पेपर में नकल हुई है, उससे परीक्षा को निरस्त भी किया जा सकता है। पुलिस मुख्यालय में भी सारी जानकारी दे दी गई है।sponsored links:
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