बीएसए ने मांगा भोजन बनाने वाले स्कूलों का ब्योरा : 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती Latest News

फर्रुखाबाद, जागरण संवाददाता : गर्मी की छुट्टियों में किस विद्यालय ने मिडडे मील बनवाया। सोमवार से रविवार तक कितनी संख्या में बच्चे मिडडे मील से लाभांवित हुए। इसकी अब साप्ताहिक समीक्षा होगी। मध्याह्न भोजन प्राधिकरण को भी रिपोर्ट भेजी जाएगी।

शासन ने सूखाग्रस्त जिलों में ग्रीष्मावकाश में 9 से 11 बजे तक विद्यालय खोलकर बच्चों को मिडडे मील खिलाने के निर्देश तो जारी कर दिए। लेकिन अधिकांश विद्यालयों में मध्याह्न भोजन न बनाए जाने की सूचना पर योजना का साप्ताहिक अनुश्रवण किए जाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने खंड शिक्षा अधिकारियों से सप्ताह के प्रत्येक दिन मध्याह्न भोजन बनाने वाले स्कूलों व उनमें मिडडे मील खाने वाले बच्चों की संख्या का विवरण प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संदीप चौधरी ने बताया कि इस संबंध में प्राधिकरण की निदेशक का निर्देश प्राप्त हुआ है। योजना का क्रियांवयन करने वाले विद्यालयों का विवरण एकत्र कराया जा रहा है। साप्ताहिक रिपोर्ट निदेशक को भी भेजी जाएगी।

अनुसूचित जाति जनजाति कर्मचारी कल्याण संघ के प्रांतीय उपाध्यक्ष नानकचंद्र ने मांग की है कि एएनएम, जिला समंवयक व सह समंवयक को मध्याह्न भोजन की जिम्मेदारी दी जाए। जहां पर बच्चे नहीं आ रहे हैं, वहां शिक्षकों को विद्यालय में उपस्थिति देने से मुक्त किया जाए।
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