स्कूल में नहीं आ रहे बच्चे, किसे खिलाएं मिड डे मील

कानपुर, जागरण संवाददाता : स्कूल में बच्चे ही नहीं आ रहे, मिड डे मील किसे खिलाया जाए। इन दिनों यह सवाल प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षक बेसिक शिक्षा ंिवभाग के अफसरों से पूछ रहे हैं। हालांकि शासन के अफसरों की मानें तो उन्हें गर्मी की छुट्टियों में रोज स्कूल जाना है।
नियमानुसार अगर स्कूल में एक बच्चा भी आ रहा है, तो उसे मिड डे मील उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी शिक्षक की है। हालांकि बच्चों की उपस्थिति को लेकर विभागीय अफसरों ने रिपोर्ट तैयार की है। इसमें 21 मई से लेकर 31 मई तक उपस्थिति का प्रतिशत कुल पंजीकृत संख्या का 10 से 12 प्रतिशत है। रिपोर्ट गुरुवार को जिलाधिकारी के समक्ष रखने की बात कही जा रही है। अगर डीएम यह निर्णय लेते हैं, कि इस व्यवस्था को फिलहाल बंद कर दिया जाए। तो इससे शिक्षकों को राहत मिल सकती है। लेकिन आला अफसरों का कहना है, शासन के अफसर व्यवस्था को बंद करने के पक्ष में नहीं हैं।

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बीते साल व्यवस्था दस दिनों तक ही संचालित हो पाई थी। बच्चों की उपस्थिति न के बराबर होने से अफसरों ने इसे बंद करा दिया था। इस सत्र में अभी तक कोई निर्देश नहीं आया है। शिक्षकों को समय से बच्चों को मिड डे मील उपलब्ध कराना होगा।
सौरभ, जिला समन्वयक मिड डे मील

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