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97 शिक्षकों में से फर्जीवाड़ा करने में 55 शिक्षकों पर संदेह

ब्यूरो /बदायूं अंतरजनपदीय स्थानांतरण नीति के तहत जिले में आए 97 शिक्षकों में से 55 शिक्षक फर्जीवाड़े के संदेह में हैं। मूल शैक्षिक दस्तावेजों को सत्यापित नहीं कराने तथा प्रमाण पत्र न देने के कारण यह कयास लगाए जा रहे हैं। हालांकि विभाग ने इसमें जांच शुरू कर दी है।
अगर फर्जीवाड़ा पाया जाता है, तो इन पर कार्रवाई होना भी तय है। अंतरजनपदीय स्थानांतरण नीति आने के बाद गैर जनपद के शिक्षकों ने आवेदन किया था। इसमें 368 शिक्षकों का तबादला कर दिया गया। इसी प्रकार 97 शिक्षकों ने बदायूं में ज्वाइन किया। विभागीय जानकारों के मुताबिक गैर जनपद से आए शिक्षक को ज्वाइन मूल शैक्षिक दस्तावेजों को सत्यापित कराना होता है। साथ ही शपथ पत्र देना होता है, लेकिन इसमें  से 55 ऐसे शिक्षक हैं जो सत्यापित कराने से कतरा रहे हैं। इन शिक्षकों के सहयोग न करने से विभाग के सामने भी मुश्किल खड़ी हो रही है। लिहाजा ऐसी स्थिति विभाग इनके फर्जी होने पर संदेह जता रहा है। इसकी खूब चर्चा भी है।
उल्लेखनीय है कि बेसिक शिक्षा विभाग में गत वर्ष भी कई शिक्षक फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी हासिल करने में सफल हो गए थे। जब दस्तावेजों का सत्यापन कराया गया तो हकीकत सामने आई। तत्कालीन बीएसए ने इन सभी शिक्षकों पर एफआईआर कराते हुए रिकवरी के आदेश भी दिए थे।
अभी मेरे संज्ञान में ऐसी कोई जानकारी नहीं है। यदि ऐसा कुछ है तो जांच कराऊंगा और शिक्षक यदि फर्जी पाए जाते हैं, जो विभागीय कार्रवाई करूंगा।
-पीसी यादव, बीएसए
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