बेसिक शिक्षा परिषद के शिक्षकों को अब मानव संपदा के प्रपत्र की तरह अब सीडी भी बनवाकर कार्यालय में सौंपनी होगी। जिसके बाद उनका पूरा विवरण ऑनलाइन कर दिया जाएगा।
सीडी में ¨फगर ¨प्रट भी शामिल होगा। ¨फगर ¨प्रट लेने का मकसद बायोमैट्रिक मशीन से उपस्थिति दर्ज कराने का है। खंड शिक्षा अधिकारी पंकज अग्रवाल ने बताया कि शिक्षकों की ई सर्विस बुक के साथ साथ उनका समूचा विवरण ऑनलाइन किए जाने का शासनादेश मिला था। इसके लिए मानव संपदा का प्रपत्र भरकर मांगा गया था। शिक्षकों ने प्रपत्र भरकर जमा करा दिया था, लेकिन अब शासनादेश आया है कि प्रपत्र के साथ ही समूचा विवरण ऑनलाइन करने के लिए शिक्षक स्वयं सारी जानकारी सीडी में फीड करके कार्यालय में सौंपेगे। अनेक शिक्षकों ने इसकी शुरुआत भी कर दी है, लेकिन अभी भी अनेक शिक्षक डाटा फीड कराने में लगे हुए हैं। साइबर कैफों पर इसी वजह से शिक्षकों की काफी भीड़ लग रही है। ¨फगर ¨प्रट स्कैन कराने के लिए भी शिक्षकों को स्वयं साइबर कैफे पर जाना पड़ रहा है।
शिक्षकों का विवरण ऑनलाइन होने के बाद उन्हें अपनी सर्विस बुक देखने के लिए कार्यालय के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे बल्कि घर पर ही मोबाइल या लैपटाप पर शिक्षक एक क्लिक करके स्वयं जानकारी कर सकेंगे। इतना ही नहीं उन्हें कितना वेतन मिल रहा है। उनकी पहली नियुक्ति कब और कहां हुई थी आदि तमाम जानकारी प्राप्त हो सकेंगी।
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सीडी में ¨फगर ¨प्रट भी शामिल होगा। ¨फगर ¨प्रट लेने का मकसद बायोमैट्रिक मशीन से उपस्थिति दर्ज कराने का है। खंड शिक्षा अधिकारी पंकज अग्रवाल ने बताया कि शिक्षकों की ई सर्विस बुक के साथ साथ उनका समूचा विवरण ऑनलाइन किए जाने का शासनादेश मिला था। इसके लिए मानव संपदा का प्रपत्र भरकर मांगा गया था। शिक्षकों ने प्रपत्र भरकर जमा करा दिया था, लेकिन अब शासनादेश आया है कि प्रपत्र के साथ ही समूचा विवरण ऑनलाइन करने के लिए शिक्षक स्वयं सारी जानकारी सीडी में फीड करके कार्यालय में सौंपेगे। अनेक शिक्षकों ने इसकी शुरुआत भी कर दी है, लेकिन अभी भी अनेक शिक्षक डाटा फीड कराने में लगे हुए हैं। साइबर कैफों पर इसी वजह से शिक्षकों की काफी भीड़ लग रही है। ¨फगर ¨प्रट स्कैन कराने के लिए भी शिक्षकों को स्वयं साइबर कैफे पर जाना पड़ रहा है।
शिक्षकों का विवरण ऑनलाइन होने के बाद उन्हें अपनी सर्विस बुक देखने के लिए कार्यालय के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे बल्कि घर पर ही मोबाइल या लैपटाप पर शिक्षक एक क्लिक करके स्वयं जानकारी कर सकेंगे। इतना ही नहीं उन्हें कितना वेतन मिल रहा है। उनकी पहली नियुक्ति कब और कहां हुई थी आदि तमाम जानकारी प्राप्त हो सकेंगी।
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