पीएम मोदी की वाराणसी जनसभा के बाद आया शिक्षामित्र को हार्ट अटैक, मौत

आगरा। सुप्रीम कोर्ट से समायोजन रदद होने के बाद शिक्षामित्र की उम्मीदें अब टूटती जा रही हैं। लखनऊ से लेेकर दिल्ली तक प्रदर्शन किया, लेकिन नतीजा कुछ भी नहीं निकला।
न तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सुनवाई कर रहे हैं और नाहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी। हताश हुए शिक्षामित्र अब परेशान हैं, यही कारण रहा कि बीते दिनों हाथरस में एक शिक्षामित्र ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली, तो वहीं आगरा में विगत दिवस हार्ट अटैक से एक और शिक्षामित्र की जान चली गई।

हार्ट अटैक से शिक्षामित्र की मौत
उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र छौंकर ने बताया कि जगनेर के प्राथमिक स्कूल में तैनात असमायोजित शिक्षामित्र सुरेन्द्र शर्मा की हार्ट अटैक से मौत हो गई। उन्होंने बताया कि दिल्ली से धरना देकर लौटने के बाद सुरेन्द्र शर्मा काफी परेशान थे। साथियों ने साहस रखने के लिए कहा था। पीएम मोदी की बनारस में हुई रैली से काफी उम्मीद थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ, जिससे अचानक उनकी तबियत बिगड़ गई। चिकित्सकों के पास ले जाया गया, तब तक उनकी मृत्यु हो चुकी थी। चिकित्सकों ने बताया कि हार्ट अटैक के कारण सुरेन्द्र शर्मा की मृत्यु हुई है।

ये की मांग
उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र छौंकर ने कहा कि सुरेन्द्र शर्मा की दो बच्चे हैं। उनकी मृत्यु के बाद पूरा परिवार बिखर गया है। उन्होंने सुरेन्द्र शर्मा की मौत का जिम्मेदार सीएम योगी आदित्यनाथ को ठहराते हुए कहा है कि सीएम योगी ने अपने चुनावी संकल्प पत्र में शिक्षामित्रों से वायदा किया था, आज वो वायदा खिलाफी कर रहे हैं। उन्होंने मांग की कि मृतक के परिवार को 25 लाख रुपये की आर्थिक मदद तथा एक व्यक्ति को नौकरी दी जाए, जिससे मृतक शिक्षामित्र के परिवार को सहारा मिल सके।

ये की अपील
उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र छौंकर ने सभी शिक्षामित्र साथियों से अपील की है, कि धैर्य बनाए रखें, अभी हिम्मत हारने की जरूरत नहीं है। शिक्षामित्रों को जब तक हक नहीं मिल जाता है, ये लड़ाई जारी रहेगी।

sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines