फर्जीवाड़ा कर नौकरी पाने वाले 20 शिक्षक चिह्नित

जागरण संवाददाता, कानपुर देहात: शिक्षा विभाग में अभिलेखों में हेरफेर करने व बीएड की फर्जी डिग्री लगाकर नौकरी पाने वाले शिक्षकों पर शिकंजा कसा जा रहा है।
विभागीय जांच में 20 शिक्षक फर्जी पाए गए हैं, जिनकी जांच रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेजी गई है। इस खुलासे के बाद विभाग ने कई वर्षों का रिकार्ड खंगालना शुरू कर दिया है।

प्रदेश में शिक्षक भर्ती के दौरान बड़े पैमाने पर गड़बड़ी पाई गई। इसी को लेकर बेसिक शिक्षा परिषद इलाहाबाद ने मामले को गंभीरता से लिया। डा. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा से संबद्ध कालेजों से वर्ष 2004-05 में बीएड की डिग्री हासिल कर नौकरी पाने वाले शिक्षकों की जांच करने के आदेश दिए थे। इसी के तहत बीएसए पवन कुमार ने जिले में भर्ती शिक्षको के अभिलेख खंगालने को कहा। मामले में सभी खंड शिक्षा अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी गई थी। जांच के दौरान 20 शिक्षक संदेह के घेरे में हैं। बीएसए ने बताया कि 16 शिक्षक ऐसे हैं, जिनकी डिग्री फर्जी है। जिसमें से पांच शिक्षक जिले में नौकरी कर रहे हैं, जिन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। 11 शिक्षक जिले से बाहर स्थानांतरण करा कर जा चुके हैं। वहीं चार शिक्षक ऐसे हैं, जिनके अंक पत्र में छेड़छाड़ की गई है। इनमें से दो जिले में हैं, जबकि दो गैर जनपद जा चुके हैं। विभाग में बड़े पैमाने पर मिल रहे फर्जीवाड़े को लेकर अब तक हुई शिक्षकों की भर्तियों पर भी सवालिया निशान खड़ा हो गया है। बीएसए पवन कुमार ने बताया कि वह कई वर्षों का रिकार्ड खंगलवा रहे हैं। सभी की बारीकी से स्क्री¨नग कराके जांच कराई जाएगी।
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines