इलाहाबाद में चयनित प्रशिक्षु शिक्षकों ने सिर मुंडवाकर किया प्रदर्शन

इलाहाबाद: परिषदीय विद्यालयों में मौलिक नियुक्ति की मांग को लेकर शिक्षा निदेशालय पर अनशन कर रहे चयनित प्रशिक्षुओं के सब्र का बांध अब टूटने लगा है। पिछले पांच माह से मौलिक नियुक्ति मांग को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे चयनित प्रशिक्षुओं ने बुधवार को सिर मुंडवाकर अनोखे तरीके से अपना विरोध दर्ज कराया है।

वर्ष 2011 की 72825 सहायक अध्यापक भर्ती में चयनित महिला अभ्यर्थियों ने भी मौलिक नियुक्ति न दिए जाने पर सिर मुंडवाने और शिक्षा निदेशालय पर आमरण अनशन शुरू करने की चेतावनी दी है।
शिक्षा निदेशालय पर हाथों में तख्तियां लेकर मौलिक नियुक्ति की मांग कर रहे ये हैं वर्ष 2011 की सहायक अध्यापक भर्ती के चयनित अभ्यर्थी। इन अभ्यर्थियों का अन्तिम चयन होने के बाद भी पिछले पांच माह से बगैर किसी लिखित आदेश के 28 जिलों के 803 अभ्यर्थियों को नियुक्ति नहीं मिली है। जिससे इन प्रशिक्षुओं की स्थिति बद से बदतर होती जा रही हैं।
इन चयनित प्रशिक्षुओं ने शिक्षा निदेशालय से लेकर राजधानी लखनऊ तक कई बार धरना प्रदर्शन भी किया। लेकिन शासन और प्रशासन ने इनकी सुध नहीं ली। जिसके बाद चयनित प्रशिक्षुओं ने वर्ष 2017 में सितम्बर और अक्टूबर माह में 21 दिनों तक शिक्षा निदेशालय पर धरना भी दिया और आमरण अनशन पर भी बैठे। लेकिन बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव संजय सिन्हा के आश्वासन के बाद धरना समाप्त कर दिया गया था। लेकिन अब तक मौलिक नियुक्ति की मांग पूरी न होने पर एक बार फिर से चयनित प्रशिक्षुओं ने आन्दोलन की राह पकड़ी है। 18 जनवरी से शिक्षा निदेशलाय पर अनशन कर रहे चयनित प्रशिक्षुओं ने सिर मुंडवाकर अपना विरोध दर्ज कराया है।

वहीं मौलिक नियुक्ति की मांग को लेकर शिक्षक भर्ती में चयनित महिला अभ्यर्थी भी पुरुष अभ्यर्थियों के साथ अनशन पर बैठी हैं। महिला अभ्यर्थियों ने जल्द मौलिक नियुक्ति न दिए जाने पर पुरुष अभ्यर्थियों की ही तरह सिर मुंडवाने का भी ऐलान कर दिया है।
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