फर्जी शिक्षकों की तलाश जारी, खंगाले जा रहे रिकार्ड

कौशांबी : शिक्षक बनने के लिए फर्जी तरीके से डिग्री का प्रयोग करने वाले अभ्यर्थी नौकरी की जुगाड़ में थे। तभी डायट के प्रशिक्षुओं ने फर्जी डिग्री लगाने वाले 18 लोगों के नाम सार्वजनिक कर दिए।
उसके बाद तो जांच शुरू हो गई। अधिकारी तीन दिनों से जांच कर रहे हैं और कुछ फर्जी मिले भी लेकिन उनका नाम सार्वजनिक नहीं किया जा रहा है।
जिले में फर्जी तरीके से मार्कशीट का प्रयोग करते हुए नौकरी करने वालों की जमात नई नहीं है। शिक्षा विभाग व डायट के कर्मचारियों से मिलीभगत कर करीब दो दर्जन से अधिक लोग नौकरी कर रहे हैं। शिकायत के बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय की ओर से इनके वेतन भुगतान पर रोक तो लगा दी गई, लेकिन यह शिक्षक अब तक सरकार कार्य संचालित कर रहे। इनको लेकर विभागीय अधिकारियों का दावा है कि इनकी रिपोर्ट विभाग को भेजी गई है, लेकिन कोई निर्देश अब तक नहीं मिला। जिसके कारण कार्रवाई नहीं हो सकी। अब 12460 शिक्षकों की भर्ती को लेकर दोबारा फर्जी शिक्षकों के इस प्रक्रिया में शामिल होने की बात सामने आई है। डीएम के निर्देश के बाद अधिकारियों ने इसकी पड़ताल की तो अधिकारी कई लोगों के नाम प्रकाश में आए हैं। जांच टीम में शामिल जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी व डायट प्राचार्य ने कुछ बताने से इन्कार कर दिया। उन्होंने केवल इतना बताया कि मामले को लेकर जांच चल रही है। डीएम को रिपोर्ट देने के बाद ही किसी के नाम सार्वजनिक किए जाएंगे। आज सौंपेगे रिपोर्ट


अधिकारियों की ओर से 12460 शिक्षक भर्ती के लिए आवेदन आया है। इन आवेदन में तमाम लोगों ने फर्जी मार्कशीट के आधार पर शिक्षक बनने का दावा ठोका है। शिकायत के बाद हर आवेदन पत्र की जांच हो रही है। अब तक कई लोग फर्जी मिल चुके हैं।जांच टीम की ओर से शनिवार को फर्जी डिग्री लगाने वालों की रिपोर्ट डीएम को भेजी जाएगी।