लखीमपुर-खीरी : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
ने परिषदीय और माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों का मूल तैनाती
वाले विद्यालय से हटाकर दूसरी विद्यालय, कार्यालय व डाइट में किए गए
संबद्धीकरण अटैचमेंट की रिपोर्ट तलब की है। जिसके बाद से शिक्षा विभाग के
अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है।
बेसिक शिक्षा को रिमाइंडर जारी किया
शिक्षा निदेशक (बेसिक) डॉ सर्वेन्द्र
विक्रम बहादुर सिंह ने 1 अप्रैल 2017 से अब तक जारी किए संबंधीकरण आदेश का
विवरण बीएसए से 15 दिन में मांगा है। मुख्यमंत्री कार्यालय के प्रमुख सचिव
एसपी गोयल ने अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा को रिमाइंडर जारी किया है।
जिसमें साफ तौर कहा है कि मुख्यमंत्री के संज्ञान में आया है। कि कई जिलों
में बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा शिक्षकों को उनके मूल तैनाती के विद्यालय
से हटाकर दूसरी विद्यालयों में संबंध किए जाने के आदेश जारी किए गए हैं।
शिक्षकों का विवरण 30 जून 2017 तक मांगा था
इस संबंध में मुख्यमंत्री कार्यालय में 21
जून 2017 को सभी बीएसए उप निदेशक बेसिक शिक्षा डीआईओएस और संयुक्त निदेशक
(माध्यमिक शिक्षा) के विभिन्न कार्यालयों और डाइट में अटैच किए गए। ऐसे
शिक्षकों का विवरण 30 जून 2017 तक मांगा था। करीब 10 माह बीत जाने के भी
अटैचमेंट की रिपोर्ट मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुत नहीं की गई। जिस पर
मुख्यमंत्री ने नाराजगी जताई है। लिहाजा प्रमुख सचिव ने कड़ाई से रिमाइंडर
जारी करते हुए 1 अप्रैल 2017 से अब तक अटैचमेंट के आदेशों की तत्काल विवरण
तलब करने को कहा है। सीएम कार्यालय के शिक्षा निदेशक बेसिक सभी को अटैचमेंट
का विवरण 15 दिन में सचिव बेसिक शिक्षा परिषद कार्यालय में उपलब्ध कराने
के आदेश दिए हैं।
बीईओ ने जारी कर रखे सबसे ज्यादा अटैचमेंट
वैसे तो अटैचमेंट की प्रथा पूरे जिले में
पैर पसार चुकी है। लेकिन इस प्रथा पर बीईओ सबसे ज्यादा हावी है। जब कि
अटैचमेंट पर पूर्णतया रोक लगाने जा चुकी है। इसके बावजूद शिक्षक ने चोरी
छिपे अटैचमेंट किया जा रहे हैं। वही सूत्र बताते हैं कि कार्रवाई के डर से
बीएसए अपने दम कदम जरूर पीछे कर लिये है। लेकिन बीईओ (खंड शिक्षा अधिकारी)
अपने स्तर से कई आदेश जारी कर चुके है। दूसरी विद्यालयों के अलावा कार्यालय
में भी कई शिक्षक अटैच किए गए हैं। जिनके लिए बकायदा आदेश भी जारी किए गए
हैं। पूरे मामले में बीएसए बुद्ध प्रिय सिंह ने बताया कि हमने कोई संबंधी
करण नहीं किया है। कुछ ब्लॉकों के बारे में सूचना मिली है। लिहाजा सभी
बीएलओ से संबंधिकरण किए गए शिक्षकों के बारे में विवरण मांगा गया है।
मनचाहे स्थान पर तैनाती करने का खेल
आपको बताते चलें कि संबधिकरण का यह खेल
बीईओ (खंड शिक्षा अधिकारी) के स्तर से काफी लंबे समय से चल रहा है।
शिक्षकों से सुविधा शुल्क वसूल कर उनके मनचाहे स्थान पर तैनाती करने का यह
खेल लगभग सभी के संज्ञान में भी है। लेकिन इसके बावजूद भी कभी भी किसी ने
इन पर शिकंजा नहीं कसा।