केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रलय ने नई शिक्षा नीति का मसौदा तैयार
कर रही के. कस्तूरीरंगन समिति का कार्यकाल तीसरी बार बढ़ा दिया है। पूर्व
इसरो अध्यक्ष की अध्यक्षता वाली इस समिति को 30 जून तक अपनी रिपोर्ट दाखिल
करनी थी, लेकिन अब उसे 31 अगस्त तक का समय मिल गया है।
मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि नीति के मसौदे को अंतिम रूप
देने के लिए समिति ने समय बढ़ाने की मांग की थी और मानव संसाधन विकास
मंत्री ने उसे मंजूरी दे दी। शुरुआत में समिति को अपनी रिपोर्ट दिसंबर,
2017 में दाखिल करनी थी। मालूम हो कि वर्तमान राष्ट्रीय शिक्षा नीति को
1986 में तैयार किया गया था और 1992 में इसे संशोधित किया गया था।
कस्तूरीरंगन के अलावा इस समिति में आठ सदस्य हैं जिसमें गणितज्ञ मंजुल
भार्गव भी शामिल हैं। पूर्व कैबिनेट सचिव टीएसआर सुब्रमण्यन की अध्यक्षता
वाली समिति की रिपोर्ट पर भी यह समिति ध्यान देगी। सुब्रमण्यन समिति ने मई
2016 में अपनी रिपोर्ट सौंपी थी। तत्कालीन मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति
ईरानी के कार्यकाल में उसका गठन किया था।
0 Comments