परीक्षाओं के दो पड़ाव पार कर चुके हैं. अब नौकरी मिलने की फॉर्मेलिटी
ही बाकी है. इसके बाद भी नौकरी पर संकट है क्योंकि फॉर्म भरने में त्रुटि
हो गयी है. इसे सुधारने का सिर्फ एक मौका देने की मांग कर रहे अभ्यर्थियों
ने शनिवार को शहर में जुलूस निकाला.
पानी में भींगते हुए निकाले गये जुलूस
में बड़ी संख्या में महिला अभ्यर्थी भी शामिल थीं. इलाहाबाद से वे गोरखपुर
रवाना हो गये और तय किया है कि सीएम दरबार में जाकर गुहार लगाएंगे.
तीन दिन से कर रहे आंदोलन
तीन दिनों से शिक्षा निदेशालय में डटे अभ्यर्थियों ने आवेदन में हुई
त्रुटि में संशोधन की मांग अनसुनी होने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के
समक्ष अपनी व्यथा रखने पर सहमति बनाई. इलाहाबाद में शिक्षा निदेशालय से
कलेक्ट्रेट तक प्रदर्शन करने के बाद गोरखपुर के लिए रवाना हो गए. शिक्षा
निदेशालय में डटे प्रदेश के कई जिलों से आए अभ्यर्थियों ने प्रत्यावेदन
लेने के आश्वासन को काफी नहीं माना. इन सभी का कहना है कि उन्हें
त्रुटियों के संशोधन का लिखित में आश्वासन दिया जाए. जबकि एनआइसी की ओर से
ऐसी सुविधा तत्काल मिलने से इन्कार करने पर शिक्षा निदेशालय के अफसरों ने
भी हाथ खड़े कर दिए हैं. महिला और पुरुष अभ्यर्थियों ने शनिवार को निदेशालय
से कलेक्ट्रेट तक प्रदर्शन किया. बीच में मानव श्रृंखला बनाकर एकजुटता का
परिचय दिया. कलेक्ट्रेट पहुंचने पर अपर जिलाधिकारी ने उनकी समस्या फैक्स के
माध्यम से मुख्यमंत्री कार्यालय को भेज दी.
68500
पदों पर होनी है परिषदीय विद्यालयों में नियुक्ति
13
अगस्त को घोषित किया गया है लिखित परीक्षा का रिजल्ट
41556
अभ्यर्थी ही सफल हुए हैं सहायक शिक्षक भर्ती परीक्षा में
28
अगस्त तक शिक्षक भर्ती में करना है आवेदन
2000
के आसपास है गलती करने वाले अभ्यर्थियों की संख्या
क्यों आ रही है समस्या
सैकड़ों अभ्यर्थी ऐसे हैं जिनके आवेदन में कोई न कोई त्रुटि है
किसी के शैक्षिक अभिलेखों में दर्ज प्राप्तांक, पूर्णाक से शिक्षक भर्ती के आवेदन में अंतर हो गया है
किसी के क्रमांक, नाम, जन्म की तारीख या अनुक्रमांक भरने में गलती हुई है
काउंसिलिंग में ही इनके बाहर होने का बड़ा खतरा है
मानवीय भूल सुधार की मांग कर रहे हैं अभ्यर्थी
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