जिले में फर्जी कागजात पर नौकरी कर रहे 38 प्राथमिक शिक्षकों को बीएसए
ने बर्खास्त कर दिया है। जिले में फर्जी शिक्षकों के मामले की जांच सीडीओ
की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय टीम 24 मईसे कर रही थी। जांच टीम की रिपोर्ट
मिलने के बाद बीएसए ने 38 शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया है।
जिले में फर्जी शिक्षकों की नौकरी करने की शिकायत मिलने पर डीएम कुणाल
सिल्कू ने 24 मई को बीएसए को मामले की जांच करने का निर्देश दिया। इसके बाद
सीडीओ की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय टीम गठित कर मामले की जांच सौंप दी
गई। साथ ही एक फर्जी शिक्षकों की एक सूची भी टीम को सौंपी गई। टीम में
एसडीएम सदर व डीआईओएस शामिल थे। टीम की जांच में फर्जी शिक्षकों का खुलासा
होने लगा। टीम ने संबंधित शैक्षिक अभिलेखों का संबंधित विश्वविद्यालयों से
सत्यापन कराया तो 38 शिक्षकों के अभिलेख फर्जी मिले। इसके बाद टीम ने अपनी
जांच रिपोर्ट शनिवार की देर शाम बीएसए को सौंपी। इसके बाद शनिवार को ही
बीएसए ने डीएम से मिलकर 38 शिक्षकों के बर्खास्तगी का आदेश जारी कर दिया।
मामले की जांच के लिए सीडीओ की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय टीम गठित की
गई थी। टीम की जांच में 38 शिक्षकों का शैक्षित अभिलेख फर्जी मिला। इसके
बाद 38 शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है।
बीएसए राम सिंह के मुताबिक, डीएम कुणाल सिल्कू के अनुसार, जिले में
फर्जी शिक्षकों के बाबत शिकायत मिल रही थी। इसके बाद 24 मई को जांच टीम
बनाकर मामले की जांच कराई गई तो शिकायत सही मिली। शिकायत सही मिलने पर 38
शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है।
बीएसए ने एसपी से मांगी सुरक्षा
बीएसए राम सिंह ने 38 शिक्षकों के बर्खास्तगी का आदेश जारी करने के बाद
एसपी को इन 38 लोगों की सूची सौंप कर इनसे सुरक्षा की गुहार लगाई है। साथ
ही जांच में सहयोग कर रहे उनके कार्यालय के नौ बाबूओं की सुरक्षा की भी
गुहार लगाई है।
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