बीटीसी 2015 पेपर लीक मामले में कौशांबी से दो गिरफ्तार, जिसे मिली थी जिम्मेदारी, उसने दूसरी जगह छपवाया पेपर

कौशांबी : बीटीसी 2015 चतुर्थ सेमेस्टर पेपर लीक मामले में एसटीएफ व पुलिस टीम ने परीक्षा का पेपर छापने वाली संस्था के संचालक और प्रिंटिंग प्रेस मालिक को गिरफ्तार किया है। दरअसल, जिस प्रिंटिंग प्रेस को पेपर छापने की जिम्मेदारी दी गई थी उसने दूसरी जगह पेपर पिंट्र कराए।
यहीं से पेपर आउट हुआ और वाट्सएप पर भेज दिया गया। एसटीएफ को इस मामले में कई कर्मचारियों की तलाश है।
बीटीसी की चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा आठ अक्टूबर को होनी थी। परीक्षा से एक दिन पहले ही पेपर आउट कर लोगों के वाट्सएप भेज दिया गया था। इससे खलबली मच गई थी। जांच हुई तो आठों पेपर लीक होने की बात सामने आई। जिला विद्यालय निरीक्षक ने मंझनपुर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया। फिर पूरे प्रदेश की परीक्षा निरस्त कर दी गई। जांच एसटीएफ को सौंप दी गई। एसटीएफ को परीक्षा नियामक से जानकारी मिली की दीप्ती इंटर प्राइजेज को परीक्षा का पेपर छापने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। 1एसटीएफ ने दीप्ती इंटर प्राइजेज की मालकिन के पति आशीष अग्रवाल निवासी बलरामपुर हाउस कर्नलगंज, इलाहाबाद को गिरफ्तार किया तो नए राज खुले। पता चला कि दीप्ती इंटरप्राइजेज ने परीक्षा का पेपर भार्गव ¨पट्रिंग प्रेस में छपवाया था। फिर एसटीएफ ने भार्गव प्रेस के मालिक अर¨वद भार्गव, निवासी बाई का बाग कीडगंज भी गिरफ्तार कर लिया। साफ हुआ कि प्रिंटिंग प्रेस से ही पेपर आउट हुआ। दोनों आरोपितों को कौशांबी पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया। पुलिस अधीक्षक ने शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस कर गिरफ्तारी की जानकारी दी। सीओ एसटीएफ नवेन्दु सिंह के मुताबिक, कई और लोग शक के दायरे में हैं, उनसे पूछताछ की जाएगी।