सिद्धार्थनगर : कस्तूरबा बालिका विद्यालय में पार्ट और फुल टाइम
शिक्षकों के लिए सोमवार को आवेदकों की काउंसि¨लग हुई। बीएसए दफ्तर पर इस
दौरान सुबह से भारी भीड़ रही। 39 पदों के सापेक्ष 70 लोगों को बुलाया गया
था। चपरासी के एक पद के लिए 13 लोगों को साक्षात्कार के लिए बुलाया गया था।
चयन समिति में आरक्षण को लेकर मतभेद होने के कारण साक्षात्कार स्थगित कर
दिया गया।
बीएसए दफ्तर में कस्तूरबा बालिका विद्यालय में शिक्षक और शिक्षणेत्तर
कर्मचारियों की भर्ती के लिए कुछ माह पूर्व आवेदन आमंत्रित किया था। विभाग
में लम्बे समय से चयन प्रक्रिया चल रही थी। रिक्त पदों के लिए विभाग ने
आवेदकों को काउंसि¨लग के लिए बुलाया था। सुबह से ही आवेदकों का आना शुरू
हुआ। अधिकारियों ने काउंसि¨लग के लिए एक दर्जन कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई
थी। बारी-बारी से एक-एक आवेदकों को बुलाकर मूल दस्तावेजों की जांच की गई।
सभी प्रमाण पत्रों की एक प्रति भी जमा कराई गई। शाम चार बजे प्रक्रिया
समाप्त हुई। बीएसए राम¨सह पूरी प्रक्रिया का पूरे दिन अवलोकन करते रहे।
दुबारा मांगा जाएगा आवेदन
चपरासी के एक स्थायी पद के लिए तीन सदस्यी समिति बनाई गई थी। इसमें
सीडीओ, बीएसए और जीजीआईसी की प्रधानाचार्य विभा चतुर्वेदी को शामिल किया
गया था। सीडीओ के व्यस्त होने के कारण उन्होंने डीडीओ को बतौर प्रतिनिधि
साक्षात्कार में भाग लेने के लिए भेजा था। साक्षात्कार के दौरान चयन समिति
के सदस्यों में आरक्षण को लेकर मतभेद था। सभी ने आपसी सहमति से साक्षात्कार
को स्थगित करते हुए उच्चाधिकारियों से दिशा-निर्देश मांगने का निर्णय
लिया।
चतुर्थ श्रेणी के एक पद के लिए 13 आवेदकों को साक्षात्कार के लिए
बुलाया गया था। आरक्षण को लेकर असमंजस की स्थित होने के कारण भर्ती
प्रक्रिया को स्थगित कर दिया गया है। उच्चाधिकारियों के मार्गदर्शन के बाद
भर्ती होगी।
राम¨सह, बीएसए
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