बस्ती। खैर इंटर कॉलेज में सहायक शिक्षक के पद पर हुए साक्षात्कार के बाद
भर्ती पर ग्रहण लग गया है। डीआईओएस ने परिणाम रोकने को कहा है। संयुक्त
शिक्षा निदेशक ने कहा कि नई नियमावली के तहत सीधी भर्ती होगी।
प्रदेश
सरकार ने अल्पसंख्यक विद्यालयों में चयन प्रतिक्रिया को पारदर्शी बनाने के
लिए नियमों में बदलाव कर 12 मार्च 2018 को शासनादेश जारी किया था। इसके तहत
अल्पसंख्यक विद्यालयों में सहायक शिक्षकों की भर्ती प्रदेश सरकार की ओर से
नामित एजेंसी की ओर से परीक्षा के माध्यम से भर्ती कहा गया है। चार सितंबर
18 को शिक्षा उप निदेशक प्रेम चंद्र ने अल्पसंख्यक विद्यालयों में परीक्षा
कराने के लिए टाटा कंसल्टेंसी कंपनी को नामित किया है। वहीं, खैर इंटर
कॉलेज में शिक्षक भर्ती के तहत हुए साक्षात्कार के बाद परिणाम पर ग्रहण लग
गया है। खैर इंटर कॉलेज में प्रबंधक की ओर से 24 अप्रैल 2018 को सहायक
अध्यापक के पदों पर नियुक्ति के लिए विज्ञापन प्रकाशित किया गया। इसके लिए
29 शिक्षक की भर्ती के लिए कई लोगों ने आवेदन किया। 15 सितंबर तक
साक्षात्कार हुआ। तुरकहिया निवासी मसीउज्जमा ने भर्ती को लेकर जिलाधिकारी
से शिकायत भी की थी लेकिन प्रबंधक की ओर से सभी का साक्षात्कार कर लिया
गया। शिकायत के बाद डीएम के आदेश पर मुख्य राजस्व अधिकारी की अध्यक्षता में
तीन सदस्यीय जांच टीम गठित की गई है। डीआईओएस डॉ. बृज भूषण मौर्या ने
अग्रिम आदेश तक परिणाम पर रोक लगाने के लिए कहा है। संयुक्त शिक्षा निदेशक
डॉ. मनोज कुमार द्विवेदी ने कहा खैर इंटर कॉलेज में शिक्षकों की सीधी भर्ती
के लिए जो साक्षात्कार कराया गया, वह पूरी तरह से असंवैधानिक है। जांच चल
रही है। जल्द ही भर्ती प्रक्रिया निरस्त करके नये शासनादेश के अनुसार
शिक्षकों की भर्ती होगी।
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