असिस्टेंट प्रोफेसर के 534 पदों पर अटका निर्णय, महीनों बाद भी अधूरी आरक्षण निर्धारण की समक्षा

प्रदेश के अशासकीय कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर के 534 पदों पर भर्ती को लेकर महीनों से निर्णय अटका हुआ है। उच्च शिक्षा निदेशालय ने उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग को पदों का अधियाचन भेजने के बाद उसे वापस ले लिया। कहा गया है कि पदों के आरक्षण निर्धारण की समक्षा होगी।
समीक्षा महीनों बाद भी अधूरी पड़ी है।
शिक्षा निदेशालय ने करीब तीन महीने पहले असिस्टेंट प्रोफेसर के 534 पदों पर भर्ती के लिए उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग को पदों का अधियाचन भेजा था। आयोग को इन पदों का विज्ञापन जारी कर आवेदन लेने थे लेकिन, विज्ञापन जारी होने से पहले ही उच्च शिक्षा निदेशालय ने पदों का अधियाचन वापस ले लिया। कहा गया कि आरक्षण निर्धारण में संशोधन होना है। इसकी समीक्षा होगी और नए सिरे से आरक्षण निर्धारण के साथ पदों का अधियाचन भेजा जाएगा।

इस बीच अशासकीय महाविद्यालयों में मानदेय शिक्षकों के विनियमितीकरण की प्रक्रिया शुरू हो गई और 534 पदों को लेकर कोई निर्णय नहीं हो सका। इस बीच अभ्यर्थी लगातार मांग कर रहे हैं कि महाविद्यालयों में रिक्त पड़े 534 पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाए।

लेकिन जब तक शिक्षा निदेशालय आरक्षण निर्धारण की प्रक्रिया पूरी कर पदों का अधियाचन आयोग को नहीं भेजता है, जब तक आयोग रिक्त पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी नहीं कर सकता है। इस बीच आयोग ने विज्ञापन संख्या 47 के तहत असिस्टेंट प्रोफेसर के 1150 पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है और 15 दिसंबर को परीक्षा भी है। परीक्षा तीन चरणों में 12 जनवरी तक चलेगी। ऐसे में 534 रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया अब अगले साल ही शुरू होने की उम्मीद है।