मैनपुरी। जिले में फर्जी शिक्षकों की जांच ने अब तेजी पकड़ ली है। बीएसए
कार्यालय से सभी शिक्षकों के अभिलेख एकत्रित करने के बाद जिलाधिकारी को
भेजे गए हैं। इससे शिक्षकों की धड़कनें बढ़ती जा रही हैं। शासन के आदेश पर
सभी जिलों में वर्ष 2010 के बाद हुई शिक्षक भर्तियों की जांच की जा रही है।
जिले में डेढ़ दर्जन शिक्षक भर्तियों के तीन हजार शिक्षकों की जांच चल रही है। जिलाधिकारी ने जांच के लिए अपर जिलाधिकारी को नामित किया है, वे ही जांच कर रहे हैं। अभिलेख न होने के कारण जांच बीच में ही रुक गई थी। इसके बाद सभी शिक्षकों को नोटिस जारी कर उनसे अभिलेख जमा करने के लिए कहा गया था।
अधिकतर शिक्षकों के अभिलेख जमा होने के बाद बीएसए कार्यालय से इन अभिलेखों
को शिक्षकों की सूची के साथ जिलाधिकारी को भेज दिया गया है। अब जिलाधिकारी
कार्यालय से ही इन अभिलेखों का सत्यापन कराया जाएगा। अभिलेख जमा होने के
साथ ही जांच में तेजी आ गई है। इससे शिक्षकों की भी धड़कनें बढ़ गई हैं। वे
जिलाधिकारी कार्यालय से जांच में होने वाली कार्रवाई के बारे में जानकारी
जुटाने में लगे हुए हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि अभिलेख मिलने के बाद
दिसंबर के अंत तक शिक्षकों की जांच का काम पूरा कर लिया जाएगा। बीएसए विजय
प्रताप सिंह का कहना है कि जांच में उनकी कोई भूमिका नहीं है, अभिलेख
जिलाधिकारी को भेजे गए हैं। वहीं से जांच के बाद फर्जी शिक्षकों की सूची
जारी की जाएगी।
पहले भी सामने आ चुके हैं 81 फर्जी शिक्षक
जिले में पहले भी फर्जी शिक्षक सामने आ चुके हैं। डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा में वर्ष 2004 में हुए बीएड फर्जीवाड़े की सूची एसआईटी ने बीएसए को भेजी थी। जब जिले में तैनात शिक्षकों की सूची से इस सूची का मिलान किया गया तो पता चला कि जिले में 81 फर्जी शिक्षक तैनात हैं। इन शिक्षकों पर कार्रवाई अभी विचाराधीन है।
इन भर्तियों की चल रही है जांच
-29334 शिक्षक भर्ती
-4200 उर्दू शिक्षक भर्ती
-10800 शिक्षक भर्ती
-10000 शिक्षक भर्ती
-विशिष्ट बीटीसी शिक्षक भर्ती
-15000 शिक्षक भर्ती
-16000 शिक्षक भर्ती
-12460 शिक्षक भर्ती
-68500 शिक्षक भर्ती
जिले में डेढ़ दर्जन शिक्षक भर्तियों के तीन हजार शिक्षकों की जांच चल रही है। जिलाधिकारी ने जांच के लिए अपर जिलाधिकारी को नामित किया है, वे ही जांच कर रहे हैं। अभिलेख न होने के कारण जांच बीच में ही रुक गई थी। इसके बाद सभी शिक्षकों को नोटिस जारी कर उनसे अभिलेख जमा करने के लिए कहा गया था।
पहले भी सामने आ चुके हैं 81 फर्जी शिक्षक
जिले में पहले भी फर्जी शिक्षक सामने आ चुके हैं। डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा में वर्ष 2004 में हुए बीएड फर्जीवाड़े की सूची एसआईटी ने बीएसए को भेजी थी। जब जिले में तैनात शिक्षकों की सूची से इस सूची का मिलान किया गया तो पता चला कि जिले में 81 फर्जी शिक्षक तैनात हैं। इन शिक्षकों पर कार्रवाई अभी विचाराधीन है।
इन भर्तियों की चल रही है जांच
-29334 शिक्षक भर्ती
-4200 उर्दू शिक्षक भर्ती
-10800 शिक्षक भर्ती
-10000 शिक्षक भर्ती
-विशिष्ट बीटीसी शिक्षक भर्ती
-15000 शिक्षक भर्ती
-16000 शिक्षक भर्ती
-12460 शिक्षक भर्ती
-68500 शिक्षक भर्ती