पुलिस ने 200 शिक्षकों के सत्यापन से कसा किनारा

गोंडा : बेसिक शिक्षा परिषद की शिक्षक भर्ती में नवनियुक्त 200 अध्यापकों के आपराधिक रिकार्ड खंगालने से पुलिस ने मना कर दिया है। बेसिक शिक्षा विभाग से इनके फोटो, आधार, पहचान के अन्य दस्तावेज व निवास आदि की छायाप्रति मांगी है।
इसके बाद सत्यापन करने की बात कही गई है। इसी तरह मार्कशीट व अन्य प्रमाणपत्रों के सत्यापन में भी देरी हो रही है। इससे अध्यापकों को परेशानी से जूझना पड़ रहा है।

गत वर्ष सितंबर महीने में बेसिक शिक्षा परिषद ने 41556 शिक्षक भर्ती कराई थी, जिसमें जिले में सहायक अध्यापकों के रिक्त 635 पदों पर नियुक्तियां की गई थीं। नवनियुक्त शिक्षकों के हाईस्कूल, इंटरमीडिएट, स्नातक परीक्षा उत्तीर्ण प्रमाण पत्रों के साथ ही अन्य शैक्षिक अभिलेखों की जांच कराई जा रही है। संबंधित शिक्षण संस्थानों को प्रमाणपत्र भेजे गए हैं। साथ ही इनके आपराधिक रिकार्ड की पड़ताल के लिए पुलिस को सूची भेजी गई थी, जिसमें इनके नाम, पिता के नाम व पता आदि की सूची थी। गोंडा, सुल्तानपुर व आगरा की पुलिस ने सूची के आधार पर सत्यापन करने से मना कर दिया है। बीएसए को प्रमाणपत्रों की छायाप्रति उपलब्ध कराने के लिए पत्र लिखा गया है। अभिलेखों के सत्यापन में देरी से शिक्षकों को वेतन नहीं मिल पा रहा है। बीएसए मनिराम ¨सह ने बताया कि सूची भेजी जाती है। वह भेजा गया था। पुलिस को जरूरी दस्तावेज उपलब्ध कराएंगे।