प्रयागराज : उप्र उच्चतर शिक्षा सेवा चयन आयोग यानी यूपीएचईएससी की ओर से कराई गई असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती की लिखित परीक्षा के परिणाम पर अनिश्चितता बरकरार है, जबकि पहले चरण की उत्तर कुंजी जारी हुए 19 मार्च को दो माह हो गए हैं।
अभ्यर्थियों की ओर से हुई आपत्ति के निस्तारण में ही यूपीएचईएससी को लंबा समय लग रहा है। तीसरे चरण में एक विषय का प्रश्नपत्र आउट होने के विवाद की न्यायिक जांच के बहाने पूरा परिणाम ही अधर में हैं। इसके लिए अभ्यर्थी परीक्षा संस्था पर विरोध भी जता चुके हैं।
प्रदेश के अनुदानित महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती के लिए विज्ञापन संख्या 47 के तहत लिखित परीक्षा तीन चरण में हुई थी। कुल 35 विषयों में शिक्षक भर्ती के लिए आवेदकों की संख्या 50 हजार भी नहीं है। पहले चरण में 23 विषयों के लिए, दूसरे और तीसरे चरण में छह-छह विषयों की परीक्षा कराई गई। यूपीएचईएससी ने पहले चरण की परीक्षा की उत्तर कुंजी 19 जनवरी और दूसरे चरण की 22 जनवरी को जारी कर अभ्यर्थियों से 30 जनवरी तक आपत्तियां मांगीं। तीसरे चरण की उत्तर कुंजी एक विषय का प्रश्नपत्र आउट होने और इसकी न्यायिक जांच कराने के चलते जारी नहीं हो सकी।
अभ्यर्थियों की ओर से हुई आपत्ति के निस्तारण में ही यूपीएचईएससी को लंबा समय लग रहा है। तीसरे चरण में एक विषय का प्रश्नपत्र आउट होने के विवाद की न्यायिक जांच के बहाने पूरा परिणाम ही अधर में हैं। इसके लिए अभ्यर्थी परीक्षा संस्था पर विरोध भी जता चुके हैं।
प्रदेश के अनुदानित महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती के लिए विज्ञापन संख्या 47 के तहत लिखित परीक्षा तीन चरण में हुई थी। कुल 35 विषयों में शिक्षक भर्ती के लिए आवेदकों की संख्या 50 हजार भी नहीं है। पहले चरण में 23 विषयों के लिए, दूसरे और तीसरे चरण में छह-छह विषयों की परीक्षा कराई गई। यूपीएचईएससी ने पहले चरण की परीक्षा की उत्तर कुंजी 19 जनवरी और दूसरे चरण की 22 जनवरी को जारी कर अभ्यर्थियों से 30 जनवरी तक आपत्तियां मांगीं। तीसरे चरण की उत्तर कुंजी एक विषय का प्रश्नपत्र आउट होने और इसकी न्यायिक जांच कराने के चलते जारी नहीं हो सकी।