आर्थिक तंगी से परेशान शिक्षामित्र ने दी जान, कई माह से वेतन न मिलने और समायोजन रद्द होने से अवसाद में था शिक्षामित्र

तहसील के मलौना गांव के पांडे पुरवा निवासी शिक्षामित्र कैरव प्रताप (40) ने रविवार की देर रात अपने शरीर पर मिट्टी का तेल डालकर खुदकुशी कर ली। आग व धुआं देखकर परिजनों व पड़ोसियों को घटना की जानकारी हुई। जब तक कोई कुछ कर पाता तब तक बहुत देर हो चुकी थी और शिक्षामित्र की मौके पर ही मौत हो गई। .


शिक्षामित्र कैरव प्रताप पांडे मलौना प्रथम प्राथमिक विद्यालय में शिक्षामित्र के पद पर तैनात थे। समायोजन रद्द हो जाने के बाद वह चालीस हजार से मात्र दस हजार के मानदेय पर आ गए थे। इसके कारण वह तनाव में रहते थे। घर की माली हालत भी ठीक नहीं है। पिता राम सेवक पंडित की भी मौत हो चुकी है जिससे पांच भाइयों में सबसे बड़े होने के चलते अपने पूरे परिवार की जिम्मेदारी इन्हीं के कंधों पर थी। रविवार देर रात घर के दरवाजे पर कुछ जलते देख लोग बुझाने को दौड़े। नजदीक गए तो देखा कि शिक्षामित्र कैरव प्रताप जल चुके थे और मौके पर ही उन्होंने दम तोड़ दिया।.