परिषदीय स्कूलों के लिए 69000 सहायक अध्यापक चयन की प्रक्रिया निर्णायक मुकाम पर है। जिला आवंटन की सूची सोमवार को घोषित करने की तैयारी है।
इसमें जिन अभ्यर्थियों का चयन होगा उन सभी को अनिवार्य रूप से संबंधित जिले में काउंसिलिंग करानी होगी, उसमें अर्ह पाए जाने पर वे नियुक्ति के हकदार होंगे। बेसिक शिक्षा परिषद ने सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को तीन से छह जून तक काउंसिलिंग कराने के निर्देश जारी कर दिया है। इसमें स्पष्ट किया गया है कि अनर्ह का चयन करने में जिला चयन समिति जिम्मेदार होगी।
भर्ती की लिखित परीक्षा में उत्तीर्ण 1,36,621 अभ्यर्थियों ने चयन के लिए आवेदन किया है। सभी ने 75 जिलों का वरीयताक्रम खुद तय किया है। उनके गुणांक, भारांक व वरीयता वाले जिले में रिक्तियों के अनुरूप आवंटित जिले में ही काउंसिलिंग हो सकेगी। एनआइसी की ओर से तैयार जिलावार चयनितों की सूची परिषद की ओर से उपलब्ध कराई जाएगी। जिला चयन समिति सभी अभिलेखों का परीक्षण करके ही नियुक्ति पत्र निर्गत करे। वर्गवार आवेदन शुल्क पहले से ही तय है। बीएसए को निर्देश है कि काउंसिलिंग के लिए वे कर्मचारियों व अन्य संसाधन की व्यवस्था जिला प्रशासन के सहयोग से कर लें। सभी के मूल अभिलेख जमा कराकर उसकी रसीद दी जाएगी।
इस रहेगी समिति की निगाह : शैक्षिक व प्रशिक्षण अर्हता, आयु, प्राथमिक स्कूल की टीईटी या सीटीईटी, सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा के अंक व शिक्षामित्रों का कार्यानुभव।
इसमें जिन अभ्यर्थियों का चयन होगा उन सभी को अनिवार्य रूप से संबंधित जिले में काउंसिलिंग करानी होगी, उसमें अर्ह पाए जाने पर वे नियुक्ति के हकदार होंगे। बेसिक शिक्षा परिषद ने सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को तीन से छह जून तक काउंसिलिंग कराने के निर्देश जारी कर दिया है। इसमें स्पष्ट किया गया है कि अनर्ह का चयन करने में जिला चयन समिति जिम्मेदार होगी।
भर्ती की लिखित परीक्षा में उत्तीर्ण 1,36,621 अभ्यर्थियों ने चयन के लिए आवेदन किया है। सभी ने 75 जिलों का वरीयताक्रम खुद तय किया है। उनके गुणांक, भारांक व वरीयता वाले जिले में रिक्तियों के अनुरूप आवंटित जिले में ही काउंसिलिंग हो सकेगी। एनआइसी की ओर से तैयार जिलावार चयनितों की सूची परिषद की ओर से उपलब्ध कराई जाएगी। जिला चयन समिति सभी अभिलेखों का परीक्षण करके ही नियुक्ति पत्र निर्गत करे। वर्गवार आवेदन शुल्क पहले से ही तय है। बीएसए को निर्देश है कि काउंसिलिंग के लिए वे कर्मचारियों व अन्य संसाधन की व्यवस्था जिला प्रशासन के सहयोग से कर लें। सभी के मूल अभिलेख जमा कराकर उसकी रसीद दी जाएगी।
इस रहेगी समिति की निगाह : शैक्षिक व प्रशिक्षण अर्हता, आयु, प्राथमिक स्कूल की टीईटी या सीटीईटी, सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा के अंक व शिक्षामित्रों का कार्यानुभव।