कस्तूरबा विद्यालयों में 182 और शिक्षिकाएं मिलीं संदिग्ध, जांच के आदेश
प्रदेश के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों (केजीबीवी) में 182 और शिक्षिकाएं संदिग्ध मिली हैं। बेसिक शिक्षा महानिदेशक विजय किरन आनंद ने संबंधित जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों को 15 जुलाई तक इनकी जांच करने तथा संदिग्धता की पुष्टि होने पर शिक्षिकाओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं। इनको अब तक किए गए वेतन भुगतान की रिकवरी भी होगी।
प्रदेश में संचालित 746 केजीबीवी में कुल 5486 शिक्षिकाएं और वार्डन कार्यरत हैं। अनामिका शुक्ला के नाम से फर्जी शिक्षिकाओं के कार्यरत होने का खुलासा होने के बाद विभाग ने इन विद्यालयों की सभी शिक्षिकाओं की जांच के आदेश दिए थे। सभी जिलों में शिक्षिकाओं के मूल दस्तावेज मांगे गए थे। 5380 शिक्षिकाओं ने अपने मूल दस्तावेज जमा करा दिए हैं।
4850 शिक्षिकाओं का आधार सत्यापन भी हो गया है। जांच में 182 शिक्षिकाएं और वार्डन संदिग्ध मिली हैं। देवरिया में 28, प्रयागराज में 11, हाथरस में 9, वाराणसी, भदोही, मेरठ में आठ-आठ, जालौन व बलरामपुर में छह-छह, हरदोई में पांच, हमीरपुर में 4, सुल्तानपुर और उन्नाव में तीन-तीन, मिर्जापुर और मथुरा में दो-दो संदिग्ध शिक्षिकाएं मिली हैं।
वहीं 563 शिक्षिकाओं व वार्डन ने डुप्लीकेट दस्तावेज जमा कराए हैं, उन्होंने मूल प्रति खोने की बात कही है। बेसिक शिक्षा महानिदेशक ने महिला समाख्या के 34 व एनजीओ के 24 केजीबीवी में कार्यरत शिक्षिकाओं के मूल दस्तावेज संबंधित बेसिक शिक्षा अधिकारी को जमा कराने के निर्देश दिए हैं।