सीबीएसई के बाद अब यूपी बोर्ड भी इस वर्ष कक्षा 9 से 12 तक के पाठ्यक्रम में 20 से 30 प्रतिशत की कमी करेगा। इसके साथ ही माध्यमिक शिक्षा परिषद ने 15 जुलाई से ऑनलाइन क्लासेज के जरिये पठन-पाठन कराने की योजना बनाई है। सत्र 2020-21 में दो महीने तक स्कूलों में पढ़ाई न होने पर विभाग में पाठ्यक्रम कम करने
की सैद्धांतिक सहमति बन गई है। परिषद को हर विषय का संशोधित पाठ्यक्रम तैयार कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। पाठ्यक्रम समिति इस बात पर विचार कर रही है कि यदि बोर्ड परीक्षाएं मार्च में शुरू होती हैं तो 30 प्रतिशत तक और यदि अप्रैल में शुरू होती हैं तो 20 प्रतिशत तक पाठ्यक्रम कम किया जाएं। अगले सप्ताह तक समिति अपनी एिपोर्ट दे देगी। माध्यमिक शिक्षा के परिषद सचिव दिव्यकांत शुक्ला ने बताया कि समिति की रिपोर्ट मिलने पर उसे शासन के समक्ष प्रस्तुत कर पाठ्यक्रम तय किया जाएगा। ब्यूरो
की सैद्धांतिक सहमति बन गई है। परिषद को हर विषय का संशोधित पाठ्यक्रम तैयार कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। पाठ्यक्रम समिति इस बात पर विचार कर रही है कि यदि बोर्ड परीक्षाएं मार्च में शुरू होती हैं तो 30 प्रतिशत तक और यदि अप्रैल में शुरू होती हैं तो 20 प्रतिशत तक पाठ्यक्रम कम किया जाएं। अगले सप्ताह तक समिति अपनी एिपोर्ट दे देगी। माध्यमिक शिक्षा के परिषद सचिव दिव्यकांत शुक्ला ने बताया कि समिति की रिपोर्ट मिलने पर उसे शासन के समक्ष प्रस्तुत कर पाठ्यक्रम तय किया जाएगा। ब्यूरो