इंटरनेट मीडिया में प्राचार्य भर्ती का कार्यक्रम प्रसारित, हड़कंप

 प्रयागराज : उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग की कार्यप्रणाली अक्सर सवालों के घेरे में रहती है। तय समय पर परीक्षा न कराना, इंटरव्यू की तारीख अचानक बढ़ा देना, भर्ती में डिग्री विवाद जैसे मामले अक्सर

सामने आते हैं। इधर, अशासकीय सहायता प्राप्त (एडेड) डिग्री कालेजों में प्राचार्य भर्ती का कार्यक्रम इंटरनेट मीडिया में प्रसारित हो गया। इसमें लिखित परीक्षा कराने के साथ रिजल्ट जारी करने की तारीख दर्ज है। अचानक पूरा कार्यक्रम प्रसारित होने पर आयोग के कुछ सदस्यों ने कड़ी नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि आयोग की बैठक में पारित प्रस्ताव की जानकारी सदस्यों से पहले इंटरनेट मीडिया में प्रसारित होना अनुचित है। इससे व्यवस्था पर सवाल उठ रहा है।



उत्तर शिक्षा सेवा आयोग ने विज्ञापन संख्या 49 के तहत एडेड डिग्री कालेजों के लिए 290 पदों की भर्ती निकाली है। अभ्यर्थियों की लिखित परीक्षा 29 अक्टूबर को कराई जा चुकी है। नियमानुसार बैठक में पारित होने वाले प्रस्ताव की प्रति समस्त सदस्यों को मिलनी चाहिए। जो सदस्य बैठक में शामिल नहीं होते उन्हें भी प्रस्ताव की प्रति भेजने का प्राविधान है। लेकिन, उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग में बैठक में शामिल न होने वाले सदस्यों को प्रस्ताव की प्रति नहीं मिली और सारा ब्योरा इंटरनेट मीडिया में प्रसारित हो गया।

सचिव डॉ. वंदना त्रिपाठी का कहना है कि हर सप्ताह आयोग की बैठक होती है। हर बैठक से पहले पिछली मीटिंग का ब्योरा सदस्यों को दिया जाता है। इंटरनेट मीडिया में प्राचार्य भर्ती का कार्यक्रम प्रसारित होने का कार्यक्रम फर्जी है। आयोग ने अभी उत्तरकुंजी जारी करने, इंटरव्यू कराने व अंतिम रिजल्ट घोषित करने की तारीख तय नहीं की है।

ये कार्यक्रम हुआ है प्रसारित
’29 अक्टूबर को लिखित परीक्षा’तीन नवंबर को उत्तरकुंजी का प्रकाशन’18 नवंबर को उत्तरकुंजी पर आपत्ति लेने की अंतिम तारीख’23 नवंबर को आपत्तियों का निस्तारण’27 नवंबर को अंतिम उत्तरकुंजी का प्रकाशन’चार दिसंबर को लिखित परीक्षा का रिजल्ट जारी करने की तारीख’26 दिसंबर से सात फरवरी तक इंटरव्यू’14 फरवरी को अंतिम रिजल्ट जारी होगा।