स्कूलों में सैनेटरी पैड के लिए मशीनें लगेंगी

 बालिकाएं स्कूलों में सहज रहें... अपने कॅरिअर को लेकर सोचे... आगे बढ़े और अपनी सुरक्षा को लेकर सजग रहे। इसके लिए सरकार पहली बार 1000 राजकीय कन्या इंटर कॉलेजों में सेनेट्री पैड वेंडिंग मशीन व इंसीनिरेटर लगाने जा रही है। वहीं 779 स्कूलों में कॅरिअर मार्गदर्शन के लिए कार्यक्रम भी चलाए जाएंगे। इसके अलावा 28839 स्कूलों में लड़कियों को सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग भी दी जाएगी।



इससे पहले कक्षा 6 से 8 तक चलने वाले कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में सेनेट्री नैपकिन वेंडिंग मशीन व इंसीनिरेटर लगाए जाते हैं। पहली बार समग्र शिक्षा अभियान के तहत इसे विस्तार देते हुए राजकीय कन्या इंटर कालेजों में लगाया जाएगा। प्रति मशीन व इंसीनिरेटर के लिए 30 हजार रुपये दिए जाएंगे। योजना पर कुल खर्च तीन करोड़ रुपये का आएगा। इसके बाद लड़कियों को मासिक धर्म के दौरान स्कूल में होने वाली परेशानियों से निजात मिलेगी व वे पढ़ाई पर बेहतर ध्यान दे पाएंगी।

इसके अलावा पहली बार राजकीय स्कूलों में सिर्फ लड़कियों के लिए कॅरिअर काउंसिलिंग के कार्यक्रम चलाए जाएंगे व उन्हें आत्मनिर्भर बनने का पाठ पढ़ाया जाएगा। इस योजना पर प्रति स्कूल सात हजार रुपये खर्च किया जाएगा। वहीं कक्षा 8 तक की लड़कियों को सेल्फ डिफेंस ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके लिए 28839 स्कूलों में तीन महीने तक का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके लिए प्रति स्कूल नौ हजार रुपये दिया जाएगा।

आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए भी कार्यक्रम

 सिर्फ यही नहीं बल्कि ग्रामीण परिवेश की किशोरियों में आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए उन्हें बातचीत करने की कला, व्यवहार, उठने-बैठने का सही तरीका समेत ऐसी सभी सॉफ्ट स्किल को सिखाया जाएगा जिससे वे जीवन में आगे बढ़ सके। इसके लिए प्रदेश के 1.59 लाख प्राइमरी स्कूलों में कार्यक्रम चलाया जाएगा और इसके लिए केन्द्र सरकार ने 23 करोड़ रुपये का बजट मंजूर किया है।