कौशांबी : अंतरजनपदीय स्थानांतरण से आए शिक्षकों को इस बार ऑनलाइन स्कूल आवंटन हुआ है। इसमें भी माफियाओं ने सेंध लगा दिया। जिले में अधिकांश शिक्षकों की तैनाती प्रयागराज से सटे क्षेत्रों व हाईवे किनारे हुई है। जबकि तमाम ऐसे विद्यालय हैं जहां शिक्षकों की कमी है। यह विद्यालय या तो एकल हैं या फिर छात्र संख्या के अनुपात में शिक्षकों की संख्या कम है। अंतरजनपदीय स्थानांतरण में शिक्षकों की तैनाती न होने से यहां शिक्षण कार्य प्रभावित हो रहा है।
शासन ने कुछ दिनों पहले शिक्षकों के अंतरजनपदीय तबादले किए हैं। इस तबादले में यहां 241 शिक्षकों को आना था, लेकिन मात्र 200 शिक्षक ही काउंसिलिंग में शामिल हुए। काउंसिलिंग के बाद 195 शिक्षकों को ऑनलाइन स्कूलों का आवंटन कर दिया गया है। स्कूलों के आवंटन में भी खेल हो गया। जिले में नौकरी करने वाले शिक्षकों की पहली पसंद प्रयागराज से सटे चायल क्षेत्र के विद्यालय और हाईवे होते हैं।
अंतरजनपदीय स्थानांतरण से आए शिक्षकों की मनमानी मुराद पूरी हो गई। चायल के करीब आधा दर्जन स्कूलों में शिक्षकों की तैनाती हुई है। जिन स्कूलों में शिक्षकों को भेजा गया है। वहां दो या दो से अधिक शिक्षक तैनात हैं। इसी प्रकार हाईवे से सटे सिराथू, कड़ा, सरसवां, चायल व नेवादा क्षेत्र के स्कूलों में शिक्षकों की तैनात की गई है। जबकि जो क्षेत्र हाईवे से दूर हैं वहां शिक्षकों की तैनाती नहीं हुई है।
यहां एकल शिक्षक या फिर छात्र संख्या से कम शिक्षकों की तैनाती हुई है। ऑनलाइन व्यवस्था में भी यहां शिक्षकों की कमी पूरी नहीं हो सकी। कौशांबी का गढ़वा विद्यालय में सालों से एक शिक्षक तैनात है। जबकि यहां की छात्र संख्या 50 के करीब है। ऐसे में यहां दो शिक्षकों की तैनाती होना चाहिए।
शिक्षा निदेशालय से आई सूची के मुताबिक ऑनलाइन स्कूलों का आवंटन किया गया । उन्हीं स्कूलों में शिक्षकों की कमी होगी जहां के शिक्षकों का तबादला दूसरे जनपद के लिए कर दिया गया है। आदेश आने के बाद समायोजन की प्रक्रिया में समस्या का समाधान होगा। प्रकाश सिंह, बेसिक शिक्षाधिकारी