बलिया। माध्यमिक शिक्षा में सालों पहले शिक्षकों और कर्मचारियों की नियुक्ति को लेकर हुई सीबीसीआईडी जांच का मामला फिर प्रकाश में आया है। संयुक्त शिक्षा निदेशक आजमगढ़ ने जांच से संबंधी पूरी रिपोर्ट डीआईओएस से मांगी है। डीआईओएस ने सभी स्कूलों के प्रधानाचार्य और प्रबंधक से जांच ब्यौरा तलब किया है।
सीबीसीआईडी ने कुल 379 शिक्षकों और कर्मचारियों की जांच के बाद 274 शिक्षकों को आरोपी बनाया था। इसके बाद 105 शिक्षकों को विभाग के तत्कालीन निदेशक की ओर से भुगतान का आदेश दिया गया। इसे लेकर माध्यमिक शिक्षा में हड़कंप मचा है। माध्यमिक शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक आजमगढ़ ने जिला विद्यालय निरीक्षक को बताया कि जिले में सीबीसीआईडी ने कुल 379 शिक्षकों और कर्मचारियों की जांच के बाद 274 शिक्षकों-कर्मचारियों को आरोपी बनाते हुए न्यायालय में चार्जशीट दाखिल किया था। इसके बाद तत्कालीन शिक्षा निदेशक माध्यमिक संजय मोहन और अपर शिक्षा निदेशक माध्यमिक महानंद मिश्र की ओर से 105 शिक्षकों-कर्मचारियों को भुगतान का आदेश दिया गया है। जेडी ने इन सभी मामलों में याचिका की अद्यतन स्थिति का ब्योरा मांगा है। इसके अलावा, भुगतान प्राप्त करने वाले 105 शिक्षकों-कर्मचारियों के सापेक्ष वर्तमान में कितने शिक्षक-कर्मचारी कार्यरत हैं, उनके भुगतान आदेश की प्रति, याचिका की प्रति, याचिका में पारित आदेशों की प्रति और याचिका की अद्यतन स्थिति का ब्योरा भी डीआईओएस से मांगा है। इसे लेकर एक बार फिर माध्यमिक शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।26 सालों से चल रहा मामला
बलिया। वर्ष 1995 में जिले के अशासकीय माध्यमिक स्कूलों में शिक्षकों और कर्मचारियों की गलत तरीके से नियुक्ति का मामला सामने आया था। इसके बाद मामले की जांच सीबीसीआईडी ने कुल 379 शिक्षकों और कर्मचारियों के प्रकरण की जांच शुरू की। जांच के बाद सीबीसीआईडी ने कुल 274 शिक्षकों को आरोपी मानते हुए न्यायालय में चार्जशीट दाखिल किया। इसके बाद संबंधित स्कूलों के प्रबंधकों की ओर से भी कोर्ट में याचिका दायर करने का सिलसिला शुुरू हुआ और कई बार अलग-अलग समय पर शासन की ओर से भी आदेश जारी किया गया। दो साल पहले शासन के 20 मई 2019 के आदेश पर करीब एक साल पहले जिले में सीबीसीआईडी टीम ने जिविनि कार्यालय में आकर आरोपी शिक्षकों-कर्मचारियों के प्रकरण की जांच की और रिपोर्ट शासन को भेजी। शासन ने इस मामले में ईओडब्लू को कार्रवाई का निर्देश दिया। इसके बाद जिले में अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में कूटरचित दस्तावेजों पर शिक्षकों और कर्मचारियों की नियुक्ति मामले की जांच ईओडब्लू वाराणसी ने जनपद के 14 शिक्षक और कर्मचारियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू की। ईओडब्लू ने संबंधित शिक्षकों व कर्मचारियों के नियुक्ति की मूल पत्रावली व भर्ती प्रक्रिया से संबंधित अभिलेख भी लिया था।
जिले में शिक्षकों और कर्मचारियों के प्रकरण की सीबीसीआईडी की ओर से की गई जांच और इनमें से भुगतान प्राप्त कर रहे शिक्षकों-कर्मचारियों का ब्योरा जेडी ने मांगा है। यह काफी पुराना मामला है। इस संबंध में संबंधित विद्यालयों से रिपोर्ट मांगी गई है। - डॉ ब्रजेश मिश्र, डीआईओएस, बलिया