UP News: असिस्टेंट प्रफेसर के लिए अब लिखित परीक्षा होगी, इंटरव्यू की रेकॉर्डिंग होगी, राज्यपाल ने दिया आदेश

लखनऊ यूपी के सभी राज्य विश्वविद्यालयों में शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में बदलाव किया गया है। साक्षात्कार से होने वाली असिस्टेंट प्रफेसर पद की नियुक्ति के लिए अब इंटरव्यू के साथ लिखित परीक्षा भी होगी। साथ ही भर्ती से पहले अभ्यर्थियों को पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन (पीपीटी) के जरिए बच्चों की लाइव क्लास भी लेनी होगी। इन सभी

प्रक्रियाओं के अंक निर्धारित किए गए हैं। इन्हीं के आधार पर अभ्यर्थियों का चयन किया जाएगा। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने शुक्रवार को इसका आदेश जारी कर दिए। माना जा रहा है कि नई प्रक्रिया लागू होने से अभ्यर्थियों के चयन में कुलपतियों की मनमानी पर अंकुश लगेगा।


राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव महेश गुप्ता ने बताया कि असिस्टेंट प्रफेसर पद पर चयन के लिए कुल 100 अंक निर्धारित किए गए हैं। इसमें स्नातक, स्नातकोत्तर, एमफिल या समतुल्य डिग्री पर 20 अंक मिलेंगे। यूजीसी द्वारा निर्धारित व्यवस्था के अनुसार एकैडमिक परफॉरमेंस इंडीकेटर (एपीआई स्कोर) के लिए 30 अंक, विषय की जानकारी के लिए लिखित परीक्षा के 20 और पावर पॉइंट प्रस्तुतिकरण के जरिए पढ़ाने के 20 अंक तय किए गए हैं। 10 अंक इंटरव्यू के होंगे।

वहीं, असोसिएट प्रफेसर और प्रफेसर पद पर भर्ती के लिए लिखित परीक्षा नहीं होगी। इन दोनों पदों के लिए सिर्फ शैक्षिक योग्यता, शैक्षिक उपलब्धियों (एपीआई) के साथ इंटरव्यू के आधार पर भर्ती होगी। इसके अलग-अलग अंक निर्धारित कर दिए गए हैं। सभी पदों पर इंटरव्यू की विडियो रेकॉर्डिंग होगी। कुलपति के लिए इसे तीन महीने तक सुरक्षित रखना अनिवार्य होगा।

समिति की सिफारिश पर लागू हुई प्रक्रिया: महेश ने बताया कि साक्षात्कार में पारदर्शिता लाने के लिए कुलाधिपति की अध्यक्षता में हुई चर्चा के बाद कुलपतियों की एक समिति का गठन किया गया था। इस समिति में सामान्य विश्वविद्यालय, कृषि विश्वविद्यालय, प्राविधिक विश्वविद्यालय और चिकित्सा विश्वविद्यालय के पांच कुलपति शामिल किए गए थे। इनकी रिपोर्ट पर सभी विश्वविद्यालयों में एक समान चयन प्रक्रिया लागू करने का निर्णय लिया गया।

यह व्यवस्था थी
  • आवेदन करने वाले सभी अर्ह अभ्यर्थियों को साक्षात्कार में बुलाया जाता था। साक्षात्कार से ही चयन होता था।
  • कुलपति की अध्यक्षता में चयन समिति साक्षात्कार देने वाले अभ्यर्थी को मेरिट समेत अन्य बिंदुओं पर अंक देती थी।
  • अभ्यर्थी को कुल अंक व उनका ब्रेकअप नहीं बताया जाता था।

अब यह बदलाव
  • अब 20 की जगह 10 नंबर का होगा इंटरव्यू।
  • एकेडमिक और एपीआई गुणांक सार्वजनिक करना अनिवार्य होगा।
  • लिखित परीक्षा का रिजल्ट तत्काल घोषित किया जाएगा।
  • परीक्षा निंयत्रक की भूमिका भी महत्वपूर्ण होगी।