शिक्षकों ने मांगा तबादला:स्थानांतरण से पढ़ाई पर संकट के खतरे से विभाग सतर्क

 प्रयागराज : अशासकीय सहायता प्राप्त (एडेड) माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों के आनलाइन तबादले की प्रक्रिया में कुछ विद्यालयों से कई शिक्षकों द्वारा आवेदन करने से नया संकट खड़ा हो गया है। तबादला सूची जारी करने से कहीं संबंधित विद्यालयों में पढ़ाई प्रभावित न हो जाए, उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा निदेशालय स्पष्ट होना चाहता है। ऐसे में अपर शिक्षा निदेशक माध्यमिक ने प्रदेश के मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशकों से संबंधित विद्यालयों के शिक्षकों की स्थिति के बारे में 10 अगस्त तक जानकारी मांगी है।



माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने एडेड विद्यालयों के शिक्षकों की पहली बार आनलाइन स्थानांतरण करने की प्रक्रिया जुलाई में शुरू की। जुलाई अंत तक तबादला किए जाने की तैयारी थी, लेकिन जब विद्यालय से संस्तुति के बाद शिक्षकों के आवेदन पत्र जिले और मंडल से होकर निदेशालय तक आए तो अजीब स्थिति बन गई। कुछ विद्यालय ऐसे थे, जहां से पांच-छह शिक्षकों के आवेदन मिले थे। ऐसे में अपर सचिव माध्यमिक डा.महेंद्र देव ने विद्यालय में राजकीय कोष से वेतन पाने वाले शिक्षकों के बारे में सूचना मांगी है। इसके लिए एक प्रारूप जारी किया गया है, जिसमें सूचना दर्ज कर मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशकों द्वारा उपलब्ध कराई जानी है। इसमें मुख्य रूप से जहां से शिक्षक आनलाइन तबादला चाहते हैं, उस विद्यालय का नाम, कार्यरत अध्यापकों (प्रधानाचार्य, प्रवक्ता एवं सहायक अध्यापक) का नाम व पदनाम देना है। इसके साथ ही आवेदन करने वाले प्रधानाचार्य, प्रवक्ता एवं सहायक अध्यापकों के नाम, पदनाम के साथ विद्यालय में पंजीकृत छात्रों का विवरण भी देना है। इसमें यह बात विशेष तौर पर स्पष्ट की गई है कि सूचनाएं सिर्फ उन्हीं विद्यालयों की देनी हैं, जहां के प्रधानाचार्य व अध्यापकों के आनलाइन स्थानांतरण के आवेदन पत्र मंडलीय कार्यालय द्वारा निदेशालय को अग्रसारित किए गए हैं। सूचना दस अगस्त तक हार्ड एवं साफ्ट कापी में ईमेल पर देनी है।