Lucknow News: उत्तर प्रदेश में 69000 सहायक शिक्षक भर्ती मामले में OBC और SC अभ्यर्थियों को भर्ती में क्रमश: 27% और 21% का आरक्षण नहीं मिला है। इसको लेकर अभ्यर्थियों द्वारा लगातार प्रदर्शन किया जा रहा है। आरक्षण न मिलने को लेकर आज ओबीसी तथा एससी वर्ग के अभ्यर्थियों ने उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के आवास का घेराव किया। सरकार द्वारा राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग की 27% और 21% आरक्षण घोटाले की रिपोर्ट लागू न किए जाने से भी अभ्यर्थी नाराज हैं।
बता दें कि 69000 सहायक
शिक्षक भर्ती मामले में ओबीसी वर्ग को 27% आरक्षण नहीं मिला है। इस भर्ती
में 27% की जगह मात्र 3।86% आरक्षण का लाभ ही मिल पाया है। इसी प्रकार इस
भर्ती में SC वर्ग के अभ्यर्थियों को भी 21% की जगह केवल 16।6% आरक्षण का
लाभ मिल पाया है।
ओबीसी वर्ग को भर्ती में 18598 सीट में से दी गई हैं मात्र 2637 सीट
इस भर्ती में 5844 ओबीसी वर्ग के अभ्यर्थियों की ओवरलैपिंग ना कराकर यह सीटें जनरल वर्ग के अभ्यर्थियों को दे दी गई। इस मामले में राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग ने भी 29 अप्रैल को जारी अपनी अंतरिम रिपोर्ट में माना है कि 15,000 से अधिक सीटों का आरक्षण घोटाला हुआ है। वहीं अभ्यर्थियों का यह भी कहना है की उत्तर प्रदेश की योगी सरकार संवैधानिक संस्था राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग की आरक्षण घोटाले की अंतरिम रिपोर्ट को लागू नही कर रही है।
गौरतलब है कि इस मामले को लेकर ओबीसी तथा एससी वर्ग के अभ्यर्थी 2 महीने से लखनऊ के इको गार्डन में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।
अभ्यर्थियों की क्या है मांग
प्रदर्शन
कर रहे अभ्यर्थियों की मांग है कि राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग में जितने
शिकायतकर्ता हैं तथा लखनऊ हाई कोर्ट में जितने याची हैं उन सभी को समायोजित
कर योगी सरकार न्याय करे। वहीं 69000 सहायक शिक्षक भर्ती आरक्षण मामले को
लेकर अभ्यर्थियों का प्रतिनिधिमंडल उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से
मिलेगा।
खबर यह भी है कि आरक्षण का लाभ न पाने वाले ओबीसी तथा एससी के 4 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने मुलाकात करने के लिए अपने आवास पर बुलाया हैं।