शाहजहांपुर। पुरानी पेंशन योजना की बहाली समेत 17 सूत्री मांगों को लेकर राज्य कर्मचारी महासंघ के प्रांतीय आह्वान पर विभिन्न विभागों से जुड़े कर्मचारियों और शिक्षकों ने बृहस्पतिवार को जीआईसी ग्राउंड पर प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ हुंकार भरी। महासंघ के घटक संगठनों से जुड़े पदाधिकारियों ने सभा में मांग पत्र पर चर्चा की और संघर्ष के लिए एकजुटता का अनुरोध किया। बाद में कर्मचारी और शिक्षक नारेबाजी करते हुए कलक्ट्रेट पहुंचे और सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा।
उप्र चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी महासंघ, उप्र महिला शिक्षक संघ, ऑल इंडिया आशा बहू कल्याण समिति, पंचायती राज ग्रामीण सफाई कर्मचारी संघ, लोनिवि कर्मचारी संघ, सिंचाई संघ, रोजगार सेवक संघ आदि घटक संगठनों से जुड़े शिक्षक, स्वास्थ्य कर्मचारी, सींचपाल, रोजगार सेवक, आशा एवं संगिनी कर्मचारी, आंगनबाड़ी कर्मचारी, रसोइया, ग्रामीण सफाई कर्मचारी, प्रांतीय रक्षक दल के जवान, नलकूप चालक आदि बड़ी संख्या में शामिल रहे। सभी ने सुबह से धरना स्थल पर अपने बैनर टांगकर प्रदर्शन शुरू कर दिया।
कर्मचारी नेताओं ने सेवा शर्तों से जुड़ी उन मांगों को लंबित रखे जाने पर कड़ी नाराजगी जताई, जिन पर पहले हुईं उच्चस्तरीय वार्ताओं में सहमति बन चुकी है। सभा की अध्यक्षता करते हुए महासंघ के जिलाध्यक्ष उमेश कुमार भारती ने कहा कि मांगों पर सरकार अड़ियल रवैया नहीं अपनाए, अन्यथा शिक्षकों और कर्मचारियों का धैर्य जवाब दे देगा।रामकुमार, चंद्रजीत सिंह आर्य, आकाश आनंद, मनोज सिंह कुशवाहा, रामशंकर प्रजापति, विश्व मोहन भारद्वाज, पद्मा रस्तोगी, सपना मिश्रा, बृह्म कुमार सिंह, कमलजीत कौर, रवींद्रा, सुनीता, पिंटू यादव, ललितेश शास्त्री, मनोज वर्मा, प्रेम पाल, राजेश मौर्य, जगपाल, दपिंदर कौर, निकहत परवीन, वीरपाल वर्मा, शैलेंद्र सक्सेना, सर्वेश वमा्र, हरिरतन, होरी लाल माथुर, राम खिलाड़ी, श्याम बाबू सक्सेना, प्रदीप गुप्ता, निजाकत अली, ओमपाल राठौर, जयकरन, ओमप्रकाश, राजेश कश्यप, संतोष सैनी, वीरपाल कठेरिया, हरिओम राजपूत आदि पदाधिकारियों ने कर्मचारियों और शिक्षकों का नेतृत्व किया।