साल नया है लेकिन बात वही पुरानी है। नौजवानों का भर्ती के लिए मांग करने का मुद्दा आज भी गरम है। सोमवार को जनवरी की कड़कड़ाती ठंड में राजधानी लखनऊ शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों ने धरना प्रदर्शन किया। उनकी एक ही मांग थी कि 17000 नहीं 97000 चाहिए। अगर भर्ती नहीं तो वोट नहीं।
लखनऊ. साल नया है लेकिन बात वही पुरानी है। नौजवानों का भर्ती के लिए मांग करने का मुद्दा आज भी गरम है। सोमवार को जनवरी की कड़कड़ाती ठंड में राजधानी लखनऊ शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों ने धरना प्रदर्शन किया। उनकी एक ही मांग थी कि 17000 नहीं 97000 चाहिए। अगर भर्ती नहीं तो वोट नहीं। दरअसल, यूपी सरकार ने प्रदेश में 17000 शिक्षक भर्ती का नोटिफिकेशन जारी किया है लेकिन शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों का कहना है कि बात 97000 की हुई थी। शिक्षक भर्ती अभ्यर्थियों ने यूपी विधानसभा की ओर कूच दिया। बेरोजगार युवाओं की रणनीति ये थी कि इको गार्डन में सभी लोग इकट्ठा होंगे और उसके बाद संगठित होकर यूपी विधानसभा की ओर कूच करेंगे। विधानसभा इसलिए क्योंकि राज्य का विधि विधान यहीं से तय होता है।
विधानसभा जाने से रोके गए अभ्यर्थी
प्रदेशभर से आए नौजवान नारेबाजी करते हुए आगे बढ़ने लगे लेकिन इससे पहले कि वह विधानसभा पहुंचते, लालबत्ती चौराहे पर पुलिस ने उन्हें रोक दिया। जिसके बाद अभ्यर्थियों ने लालबत्ती चौराहे पर यूपी सरकार के खिलाफ नारेबाजी करना शुरू दिया। बेरोजगारों की इन आवाजों में सिर्फ शिक्षक भर्ती के नौजवान नहीं, बल्कि कनिष्ठ सहायक 2016 की भर्ती वाले युवा भी शामिल थे, जो इस इंतजार में हैं कब परिणाम जारी होगा, और कब उन्हें नियुक्ति मिलेगी।