प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति की ओर से सोशल मीडिया पर जारी किए गए मांग पत्र में शिक्षकों के रिक्त पदों पर भर्ती की मांग किए जाने के साथ ही कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चयन बोर्ड को घेरा गया है।
छात्र चाहते हैं कि पूर्व में लंबित सभी भर्तियों को 90 दिन के अंदर पूरा कर लिया जाए। इनमें प्रधानाचार्य भर्ती- 2013 भी शामिल है, जिसके लिए इंटरव्यू की प्रक्रिया अभी पूरी नहीं हुई है। सहायक अध्यापक (टीजीटी) और प्रवक्ता (पीजीटी) भर्ती-2011 के तहत कुछ विषयों में भर्तियां अभी अधूरी पड़ी हुईं हैं। प्रतियोगी छात्र यह मांग भी कर रहे हैं कि रिक्त पड़े 30 हजार पदों का विज्ञापन जारी कर 180 दिनों के भीतर भर्ती प्रक्रिया पूरी की जाए।
इसके अलावा भी छात्रों ने कई महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए हैं। वे चाहते हैं कि पुरुष वर्ग एवं महिला वर्ग की भर्ती अलग-अलग करने के बजाय अभ्यर्थियों की एक मेरिट बनाई जाए और परीक्षा के उपरांत अभ्यर्थियों को पुरुष या महिला वर्ग के स्कूल/कालेज चुनने की स्वतंत्रता प्रदान की जाए। साथ ही परीक्षा की उत्तरकुंजी जारी होने के बाद अभ्यर्थियों को अपनी आपत्ति दर्ज कराने के लिए 15 दिन का समय दिया जाए।